विराट कोहली ने भी उठाये थे सवाल
टी20 सीरीज के दौरान थर्ड अंपायर के फैसले को लेकर भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी सवाल उठाते हुए अपनी राय रखी थी और कहा कि अंपायर्स के पास एक तीसरा ऑप्शन भी होना चाहिये था।
उन्होंने कहा,'मुझे नहीं पता की अंपायर्स के पास ऐसी मुश्किल परिस्थिति के लिये तीसरा विकल्प क्यों नहीं है, उनके पास सॉफ्ट सिग्नल के बजाय मुझे नहीं पता जैसा विकल्प होना चाहिये, क्योंकि ऐसे फैसले मैच का रुख बदल सकते हैं। खासतौर से बड़े मैचों पर।'
विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल से पहले बदल जायेगा यह नियम
क्रिकबज पर छपी रिपोर्ट के अनुसार आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच से पहले सॉफ्ट सिग्नल के नियम में बदलाव करने के बारे में विचार कर रहा है। इस नियम में संसोधन को क्रिकेट समिति के पास सीधे नहीं भेजा जा सकता जिसके चलते इसे पहले आईसीसी की मुख्य कार्यकारी समिति के पास भेजा जाएगा जहां से यह प्रस्ताव बोर्ड की बैठक के सामने रखा जायेगा।
इस प्रक्रिया में समय लग सकता है लेकिन रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई ने साफ किया है कि जून में होने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल से पहले इस नियम में बदलाव किया जा सकता है।
अंपायर्स कॉल पर फैसला अधर में
गौरतलब है कि आईसीसी की क्रिकेट समिति की आधिकारिक बैठक 31 मार्च से लेकर 1 अप्रैल तक होनी है। हालांकि इस बैठक में अंपायर्स कॉल के नियम में संसोधन के प्रस्ताव पर जरूर होगी लेकिन इसमें बदलाव होने का मौका बेहद कम है। दरअसल पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंंबले के नेतृत्व वाली क्रिकेट समिति ने हर मैच के दौरान तकनीक की अनुपल्बधता को देखते हुए अंपायर्स कॉल के नियम को बरकरार रखने की सिफारिश की है।
वहीं मैरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने सॉफ्ट सिग्नल के नियम में बदलाव करने की सिफारिश करते हुए ऑन-फील्ड अंपायर को संदेहजनक आउटफील्ड कैचों के लिए 'आउट' या 'नॉट आउट' के बजाय 'अनसोल्ड' कहने का सुझाव दिया है।