मैं पद को लेकर सवाल उठा रहा हूं धोनी को लेकर नहीं
भारतीय टीम ने साल 2013 में आखिरी बार चैम्पियंस ट्रॉफी के रूप में आईसीसी का खिताब जीता था, जिसके बाद से उसे अब तक दूसरे खिताब की तलाश है।
वहीं सोनी स्पोर्टस नेटवर्क के साथ बात करते हुए अजय जडेजा ने कहा,'मेरे लिये यह फैसला समझ पाना असंभव हो रहा है, मैं पिछले दो दिन से यह सोच रहा हूं कि क्या हुआ होगा। मैं यहां पर धोनी के बारे में बात नहीं कर रहा हूं, वो पहले भी टीम के लिये मददगार रहे हैं और उनकी मौजूदगी हमेशा मदद ही करेगी, मैं उस बारे में बात नहीं कर रहा हूं। मैं बस यह समझने की कोशिश कर रहा हूं कि बोर्ड को इस पद की जरूरत क्यों महसूस हुई।'
जडेजा को बल्लेबाजी में प्रमोट करने जैसा ही है यह फैसला
जडेजा ने खुद को धोनी का सबसे बड़ा फैन बताते हुए कहा कि मैं यह उनकी काबिलियत पर सवाल नहीं उठा रहा हूं, मैं बस बोर्ड के इस फैसला लेने की जरूरत को समझने की कोशिश कर रहा हूं।
उन्होंने कहा,'यह फैसला कुछ वैसा ही है जैसा कि हमने टेस्ट सीरीज के दौरान देखा था जब अजिंक्य रहाणे से पहले रविंद्र जडेजा को बल्लेबाजी में प्रमोट किया गया, जिसको लेकर हम यही सोचते रह गये कि यह फैसला क्यों लिया गया। मैं बस हैरान हूं। मुझसे बड़ा धोनी को कोई फैन नहीं हो सकता, मेरा मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी पहले ऐसे कप्तान थे जिन्होंने टीम छोड़ने से पहले दूसरा कप्तान तैयार कर दिया था।'
नंबर 1 कोच के बावजूद मेंटॉर की जरूरत क्यों
अजय जडेजा ने इस दौरान कोच रवि शास्त्री और विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम की उपलब्धियों पर जोर देते हुए कहा कि सफलताओं को देखते हुए टीम के लिये मेंटॉर रखने का फैसला थोड़ा हैरान करने वाला रहा है।
उन्होंने कहा,'यहां पर आपके पास एक ऐसा कोच है जिसने टीम को नंबर 1 बनाया है, उसके बावजूद रातोंरात ऐसा क्या हुआ जो आपको मेंटॉर की जरूरत आन पड़ी। यह सोचने पर मुझे थोड़ी सी हैरानी हो रही है।'
धोनी के होने से मिलेगा फायदा
गौरतलब है कि भारतीय टीम 24 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ मैच के साथ टी20 विश्वकप के अपने अभियान का आगाज करेगी। उल्लेखनीय है कि महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त 2020 को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था। वहीं बीसीसीआई के इस फैसले को काफी मिलाजुला रिएक्शन मिल रहा है, जहां कुछ दिग्गज इसे मास्टरस्ट्रोक मान रहे हैं तो कुछ इसको लेकर सवाल उठा रहे हैं। हालांकि सब इस बात पर जरूर सहमत हैं कि क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तानों में शामिल महेंद्र सिंह धोनी की मौजूदगी से विश्वकप में भारतीय टीम को जरूर फायदा होगा।