Ajinkya Rahane : सिडनी । ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 369 और भारत (India) ने जवाब में 336 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया (Australia) ने पहली पारी में 33 रनों की बढ़त ली। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 294 रन बनाकर भारत को 328 रनों की जीत दिलाई। शुबमन गिल (Shubman Gill), चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंत ने भारत को 328 रनों के लक्ष्य तक पहुंचाने में मदद की। इस जीत के साथ भारत ने 2-1 से सीरीज पर कब्जा भी कर लिया। मैच के बाद कप्तान अजिंक्य रहाणे ने खिलाड़ियों की जमकर प्रशंसा की।
रहाणे ने कहा, "आज की जीत हमारे लिए बहुत अहम है। मैं नहीं जानता कि इस जीत को शब्दों में कैसे वर्णित किया जाए। मुझे हमारी टीम के सभी खिलाड़ियों पर गर्व है। हम अपनी टीम से सर्वश्रेष्ठ दिखाना चाहते थे। यह तभी हुआ जब मैं बल्लेबाजी के लिए उतरा कि हमने जीत के लिए खेलने का फैसला किया। फिर मैंने अपनी भूमिका निभाई, क्योंकि हमारे पास ऋषभ पंत और मयंक अग्रवाल दोनों थे। इस जीत के लिए पुजारा को श्रेय दिया जाना चाहिए। उन्होंने अच्छी तरह से दबाव का सामना किया और फिर पंत ने मैच को अच्छी तरह से समाप्त कर दिया।"
अजिंक्य रहाणे ने जीता करोड़ों भारतीयों का दिल, नटराजन को सौंपी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी
उन्होंने आगे यह भी बताया कि भारत ने श्रृंखला के निर्णायक में पांच गेंदबाजों को क्यों मैदान में उतारा, जिसमें वाशिंगटन सुंदर और टी नटराजन ने सबसे लंबे प्रारूप में अपनी शुरुआत की। कहा, "20 विकेट लेना महत्वपूर्ण था। यही कारण है कि हमने पांच गेंदबाजों को चुना। वाशिंगटन सुंदर ने हमारे लिए मैच बनाया। इरादे पांच गेंदबाजों को खेलने का था।सिराज ने केवल दो मैच खेले थे, सैनी और शार्दुल ने केवल एक मैच खेला था। नटराजन एक नौसिखिया था। लेकिन हमने इस बात पर चर्चा नहीं की कि पहले मैच में क्या हुआ था। हम सिर्फ मैदान पर गए और खेल पर ध्यान केंद्रित किया। हमने पिच पर सब कुछ डाल दिया। इसलिए, यह टीम के प्रदर्शन की जीत थी।"