नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के उप-कप्तान अजिंक्या रहाणे के लिए पिछले तीन साल उतार-चढ़ाव भरे रहे। वनडे फाॅर्मेट के वह कभी विराट कोहली के भरोसेमंद खिलाड़ी थे, लेकिन रहाणे ऐसे भटके कि फिर उन्हें इंग्लैंड में हुए विश्व कप में भी जगह नहीं मिली थी। हालांकि रहाणे ने टेस्ट में बेस्ट देने की ठानी रही। विंडीज के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में उन्होंने शतक ठोका। इस शतक को लेकर रहाणे ने दूसरे टेस्ट के शुरू होने से पहले बताया कि उनके लिए यह शतक कितना अहम था।
रहाणे के बल्ले से 2 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में शतक निकला था। उन्होंने पहली पारी में 81 तो दूसरी पारी में 102 रनों की पारी खेली। रहाणे ने कहा कि ये सेंचुरी मेरे लिए सच में बहुत खास थी। मुझे पता है कि दो साल बाद सेंचुरी बनाने में क्या कुछ करना पड़ता है। मैं हमेशा इस बारे में सोचता हूं कि आप एक मैच या एक प्रैक्टिस सेशन से क्या सीख सकते हैं। मैं किसी सेंचुरी या माइलस्टोन के बारे में नहीं सोच रहा था।
संन्यास छोड़कर मैदान में उतरने के लिए तैयार अंबाती रायूड, इस फार्मेट में करेंगे वापसी
रहाणे ने रोहित शर्मा को लेकर अहम बात कही। उन्होंने कहा, 'रोहित शर्मा भी क्वॉलिटी खिलाड़ी हैं और टेस्ट मैच में उनको नहीं खेलते हुए देखना काफी मुश्किल काम है। ये सब टीम के लिए किया जाता है। कप्तान और टीम मैनेजमेंट टीम कॉम्बिनेशन को लेकर फैसला लेते हैं।' 31 वर्षीय रहाणे ने पहले टेस्ट में हनुमा विहारी की पारी की भी जमकर तारीफ की। इन दोनों बल्लेबाजों ने दोनों पारियों में अहम साझेदारी निभाई और भारत को मुश्किलों से उबारा। रहाणे ने कहा, 'विहारी ने शानदार बल्लेबाजी की। उसने इंडिया-ए टूर पर और डोमेस्टिक सीजन में भी अच्छी पारियां खेली हैं।
बता दें कि विंडीज दाैरे पर गई टीम इंडिया का जमैका में होने जा रहा टेस्ट मैच आखिरी मैच भी होगा। इससे पहले दोनों टीमों के बीच तीन-तीन मैचों की टी20 और वनडे सीरीज खेली गई थी। भारत ने टी20 सीरीज में 3-0 से क्लीन-स्वीप किया था और वनडे सीरीज में 2-0 से जीत दर्ज की थी। एक वनडे मैच बारिश की भेंट चढ़ा था।