नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य चनयकर्ता काैन होगा, इसके लिए अब पुराने दिग्गजों में दिलचस्प रेस देखने को मिल रही है। बीसीसीआई ने आवेदन भेजने की अंतिम तिथि 24 जनवरी तय की थी। इसी दिन भारत के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर ने भी आवेदन करते हुए राष्ट्रीय चयनसमिति का अध्यक्ष बनने की रेस में हिस्सा ले लिया है। अगरकर अपने क्रिकेट करियर में देश-विदेशों की पिचों पर अच्छा अनुभव पाया है।
बीसीसीआई के अधिकारी ने नाम ना बताते हुए कहा, "अजीत का चुनाव मैदान में उतरना एक दिलचस्प घटनाक्रम है। वह ऐसा व्यक्ति है जिसने आवेदन करने से पहले बहुत सोच-विचार किया होगा। अगर किसी को लगता है कि शिव (लक्ष्मण शिवरामकृष्णन) का चयनसमिति का अध्यक्ष बनना तय है तो उन्हें इस पर फिर से विचार करना होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि किन्हें चयनकर्ता चुना जाता है।"
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अगरकर ने एक अप्रैल 1998 को टेस्ट में डेब्यू किया था। उनके नाम 26 टेस्ट मैचों में 58 जबकि 191 वनडे मैचों में 288 और 4 टी20 मैचों में 3 विकेट दर्ज हैं। अगरकर अनिल कुंबले (334 विकेट) और जवागल श्रीनाथ (315 विकेट) के बाद वनडे में भारत के तीसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बने हुए हैं। अपने समय के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक, अगरकर 50 विकेट महज 23 मैचों में ही हासिल कर लिए थे।
बता दें कि हरियाणा के चेतन शर्मा, बड़ौदा के नयन मोंगिंया, तमिलनाडु के शिवरामकृष्णन, अमय खुरासिया और मध्य प्रदेश के राजेश चौहान, उत्तर प्रदेश के ज्ञानेंद्र पांडे (योग्य नहीं क्योंकि जूनियर चयनकर्ता के रूप में चार साल पूरे कर चुके हैं।) और विदर्भ के प्रीतम गंधे (जूनियर राष्ट्रीय चयनकर्ता रह चुके हैं।) चयनकर्ता के पद के लिए आवेदन कर चुके हैं।