सपने में भी नहीं कर सकता सचिन से मजाक
अब इस मुद्दे को लेकर अजीत अगरकर ने साफ किया कि वह इस बात को लेकर सपने में भी सचिन से मजाक नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा,' मैने सचिन से कभी इस बात को लेकर मजाक नहीं किया। हालांकि एक बार जब केकेआर में रिकी पॉन्टिंग मेरे साथ खड़े थे तो मजाक में उनसे जरूर पूछा था कि लॉर्ड्स पर कितनी सेंचुरी हैं।'
इन खिलाड़ियों से इस बारे में पूछना भी होगा अपमान
उल्लेखनीय है कि सचिन तेंदुलकर की तरह ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग के नाम भी लॉर्डस के मैदान पर एक भी शतक नहीं है। उन्होंने अपने करियर में 4 टेस्ट मैच लॉर्डस के मैदान पर खेले हैं।
अगरकर ने इस बारे हंसते हुए कहा,' अगर ऐसा हो पाता तो मैं अपने एक शतक इन दिग्गज बल्लेबाजों के स्थापित रिकॉर्ड के साथ बदलने के लिए तैयार हूं। सचिन और पॉन्टिंग ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इतना कुछ हासिल किया है कि उनसे इस बारे में पूछना भी थोड़ा अपमानजनक लगता है।'
सचिन की वजह से बना गेंदबाज
अजीत अगरकर ने भारत के लिये 288 वनडे विकेट चटकाने का काम किया। इस दौरान उन्होंने एक यू-ट्यूब चैनल ओकट्री स्पोर्ट्स पर बात करते हुए बताया कि एक बल्लेबाज के रूप में करियर की शुरुआत करने के बाद वह किस कारण से गेंदबाज बनें और किसने उसमें अहम भूमिका निभाई।
अगरकर ने कहा, 'यह सचिन की शादी के बाद की बात है। वह कांगा लीग का एक मैच खेलने आए थे। वहां मैंने बोलिंग की थी और एक-दो विकेट लिए थे। तब सचिन ने मेरे कप्तान से जाकर कहा था कि इस लड़के को ज्यादा गेंदबाजी करनी चाहिए। इसके बाद ही मेरे करियर की दिशा में बदलाव आया।'
आशीष नेहरा की वजह से लगा पाया शतक
गौरतलब है कि लॉर्डस के मैदान पर अजीत अगरकर ने जो शतक लगाया उसके पीछे आशीष नेहरा ने अहम भूमिका निभाई थी। आशीष नेहरा ने अगरकर के साथ 10वें विकेट के लिए 63 रनों की साझेदारी की थी जिसके दम पर ही अगरकर अपना शतक पूरा कर पाये थे।
आपको बता दें कि इंटरव्यू के दौरान अगरकर ने साफ किया कि नेहरा पहली पारी में जिस तरह आउट हुए थे उनसे किसी को क्रीज पर टिके रहने की उम्मीद नहीं थी लेकिन नेहरा ने उनका साथ निभाया। नेहरा ने दूसरी पारी में 19 रन बनाए।