नई दिल्ली। कई दिनों से चले आ रहे आपसी मनमुटाव के बाद बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी ने प्रशासकों की समिति (सीओए) प्रमुख विनोद राय पर खुलकर प्रहार किया है। उन्होंने विनोद राय को उच्चतम न्यायालय की लोढा सिफारिशों को लागू करने में पूरी तरह से असफल होने की बात कही। बीसीसीआई के अधिकारियों को सीओए ने तवज्जो नहीं दी है जिसने उच्चतम न्यायालय से उनकी बर्खास्तगी की भी मांग की थी।
विवाद पर अमिताभ की चुप्पी:
चौधरी ने विवादों को लेकर साफतौर पर कुछ भी नहीं बोला था। यह बयान दरअसल पलटवार के तौर पर देखा जा सकता है।हाल ही में पूर्व कैग ने बीसीसीआई अधिकारियों को निहित स्वार्थों के कारण बाधा पहुंचाने वाले कहा था। झारखंड के पूर्व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने कहा, ''दुर्भाग्यपूर्ण चीज यह है कि डेढ़ साल बाद ईमेल लिखने के बाद विनोद राय को महसूस हुआ कि वह कुछ नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें इन सुधारों को लागू करना था लेकिन वह इसमें पूरी तरह से विफल रहे। ''
अजीत और प्रिया की नियुक्ति का भी विरोध:
उन्होंने भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) प्रमुख अजीत सिंह और प्रबंध निदेशक (प्रबंधन) प्रिया गुप्ता की नियुक्ति का भी विरोध किया। उन्होंने कहा, ''राय डेढ़ साल के बाद भी अधिकारियों को सकारात्मक कामों में लगाने में विफल रहे हैं उन्होंने बेकार की नियुक्ति में अपना वक्त जाया किया जिसे मैंने लोगोंं के सामने उजागर किया। अजीत बीसीसीआई से जुड़ गये हैं जबकि प्रिया ने इस पेशकश को स्वीकार नहीं किया। पूर्व कैग ने हाल में निराशा व्यक्त की थी कि उच्चतम न्यायालय संवैधानिक सुधारों पर अंतिम आदेश को पास करने में लंबा समय ले रही है।