नयी दिल्ली। टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन को गुस्सा दिखाना महंगा पड़ गया है। इस गुस्से की एवज में उनको आईसीसी से लताड़ तो पड़ी ही, वहीं एक डी-मेरिट पॉइंट भी मिल गया। गौरतलब है कि श्रीलंका और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दौरान इस इंग्लिश गेंदबाज को गुस्सा आ गया था।
टेस्ट के दौरान दूसरे दिन एंडरसन को आईसीसी के नियम 2.8 का दोषी पाए जाने के बाद उनपर यह कार्रवाई गई। वैसे यह पहली बार नहीं है जब एंडरसन ने भारतीय उपमहाद्वीप में खेले जाने वाले मैचों के दौरान अपनी हताशा जाहिर की हो। इससे पहले भी वे भारतीय दौरों पर अपने झुंझलाहट भरे बयानों के चलते सुर्खियों में रह चुके हैं। ताजा मामला तब का है जब 39वें ओवर के दौरान अंपायर ने उन्हें विकेट पर गलत तरीके से दौड़ने के खिलाफ पहली चेतावनी दी जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए एंडरसन ने गेंद को मैदान पर पटक दिया।
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जाहिर है उनकी यह मैच रैफरी की पकड़ में आई और उन पर यह कार्रवाई हुई। इससे पहले अपनी जमीन पर भी भारत के खिलाफ जो हालिया सीरीज हुई थी उसमें भी आखिरी मुकाबले में वे एक डी-मेरिट पॉइंट पा चुके हैं। इस दौरान उन्होंने अंपायर के हाथो से अपनी टोपी ही छीन ली थी। इस तरह से अब उनके दो डी-मेरिट पॉइंट्स हो गए हैं। अब अगर एंडरसन दो साल के अंदर चार डी-मेरिट पॉइंट्स हासिल कर लेते हैं तो यह एक सस्पेंशन पॉइंट के बराबर होगा और दो सस्पेंशन पॉइंट मिलने पर उन्हें एक मैच का निलंबन झेलना पड़ सकता है।
हालांकि कैरियर के अंतिम पड़ाव में चल रहे एंडरसन बमुश्किल से अब एक दो साल ही खेलेंगे। हाल ही में वे ग्लेन मैकग्रा का रिकार्ड तोड़कर विश्व के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज भी बने है। फिलहाल उनकी नजर 600 विकेट लेकर विश्व का ऐसा पहला तेज गेंदबाज बनने पर है।