नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम में पिछले कुछ सालों से ऐसा देखा जा रहा है कि कई खिलाड़ी टीम में जोश के साथ आते तो हैं लेकिन किसी कारण फिर अचानक ड्राॅप भी हो जाते हैं। ऐसे में पूर्व भारतीय क्रिकेटर अनिल कुबंले ने युवा क्रिकेटरों को एक सलाह दी है। उन्होंने युवाओं से कहा कि टीम से बाहर होने के बावजूद भी अपना प्रदर्शन जारी रखोगे तो फिर कोई भी आपको ड्राॅप नहीं कर सकता है।
कुंबले ने शुक्रवार इसपीएन.क्रिकइंफो से बातचीत करते हुए कहा, ''सेलेक्टर्स अगर आपको टीम में नहीं चुनते और टीम से ड्रॉप करते हैं तो फिर आप खुद को उठाने का प्रयास करें। अंत में आपका प्रदर्शन ही काउंट होगा फिर आप खुद एक दिन टीम में चुन लिए जाएंगे। इसलिए आपको हमेशा खुद को और बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए।'' कुंबले ने कहा कि जब आप क्रिकेट खेलना शुरू करते हैं तो चुनाैतियां आपके सामने आती ही हैं। हम भी जब खेलते थे तो ऐसे हालात बनते थे, लेकिन इन सभी चीजों को दरकिनार करके आप जब मैदान पर उतरते हैं, तो आपका फोकस सिर्फ इस बात पर होना चाहिए कि आज आपको क्या करना है। आईपीएल, रणजी ट्रॉफी या घरेलू टूर्नामेंट जैसे प्रदर्शन करने, प्रभावित करने और वापसी करने के लिए अधिक अवसर हैं।''
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इसके अलावा कुंबले ने टेस्ट क्रिकेट को लेकर भी चर्चा की। उनका कहना है कि भले ही टी20 का क्रेज ज्यादा बढ़ गया हो लेकिन युवा अभी भी टेस्ट खेलना पसंद करते हैं। टेस्ट के प्रति युवाओं की दीवानगी कम नहीं हुई है। ऐसा माना जाता है कि युवा अब टी20 की ओर जाकर टेस्ट से दूरी बना रहे हैं, लेकिन कुंबले यह नहीं मानते। कुंबले ने कहा, "मुझे ऐसा नहीं लगता। मुझे लगता है कि हर कोई टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता है, यह बहुत स्पष्ट है। घरेलू प्रतियोगिता विशेषकर रणजी ट्रॉफी खेलने की दिशा में सभी को टेस्ट में रूख करने के लिए ही है। मुझे नहीं लगता कि ऐसे लोगों की कोई कमी है जो लंबा प्रारूप खेलना चाहते हैं। मुझे लगता है कि हर कोई चाहता है, वे महसूस करते हैं कि सबसे बड़ी चुनौती मिले और मुझे यकीन है कि लंबे समय तक टेस्ट के प्रति सबका झुकाब करने वाला है। ''