नई दिल्ली। इसमें कोई शक नहीं कि विराट कोहली के साथ मतभेद के कारण अनिल कुंबले ने कोच पद से इस्तीफा दे दिया था। कुंबले के हटने के बाद कोहली ने खुद बयान देते हुए कई बार कहा कि वो रवि शास्त्री को कोच के रूप में देखना चाहते थे। फिर ऐसा हुआ भी। वर्तमान समय भी शास्त्री ही टीम के कोच हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि कुंबले के समय टीम ने अच्छा प्रदर्शन ना किया हो। उनके नेतृत्व में भारतीय टीम आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 के स्थान पर पहुंची थी। कुंबले को खुशी है कि वो टीम के कोच रहे लेकिन उनका ये भी कहना है कि उनके करियर के सफर का अंत अच्छा हो सकचा था।
कुंबले ने पोम्मी म्बांग्वा के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान कहा कि उनके सफर का अंत थोड़ा अच्छा हो सकता था। उन्होंने कहा, "मैं बहुत खुश था कि मैंने उस भूमिका को निभाया। यह बहुत अच्छा था। मैंने भारतीय टीम के साथ जो एक साल बिताया वह वास्तव में शानदार था। शानदार प्रदर्शन के साथ और फिर से भारतीय ड्रेसिंग रूम का हिस्सा होना एक शानदार एहसास था।''
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हालांकि, अनिल कुंबले ने अपने कार्यकाल को लेकर माना कि ये बेहतर तरीके से समाप्त हो सकता था ना कि विवादास्पद तरीके से। लेकिन 49 वर्षीय कुंले को इसके बारे में कोई पछतावा नहीं है और वे इस बात से संतुष्ट हैं कि उनके शामिल होने के समय टीम के कुछ सुधार हुआ था। उन्होंने कहा, ''हमने उस एक वर्ष की अवधि में वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया। मैं वास्तव में खुश था कि कुछ योगदान किए गए और कोई पछतावा नहीं है। मैं वहां से भी आगे बढ़ कर खुश था। मुझे पता है कि अंत बेहतर हो सकता था लेकिन फिर भी ठीक है। एक कोच के रूप में, आपको एहसास होता है कि कब आगे बढ़ना है। मैं वास्तव में खुश था कि मैंने उस एक वर्ष में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।''