रोहित को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं
पूर्व कोच अनिल कुंबले का कहना है, "मुझे नहीं लगता, कि रोहित शर्मा को लेकर हमें यह चिंता करनी चाहिए, कि वह विदेश में रन बनाएंगे या नहीं। उनके पास हर परिस्थिति में खुद को समायोजित करने का अनुभव है। मेरे विचार में उनके पास ऐसी तकनीक है, कि जो विदेश में रन बना सकती है। हालांकि मुझे पता है, कि विदेश में उन्हें अब तक इतनी सफलता नहीं मिली है, लेकिन अब उनके पास अनुभव भी हो चूका है, इसलिए मुझे उम्मीद है, कि भारत के अगले विदेशी दौरे पर उनके बल्ले से रन निकलेंगे।"
रोहित ने टेस्ट करियर को बचाया
अनिल कुंबले ने आगे अपने बयान में कहा, "रोहित शर्मा को मौका मिला और उसने इसे दोनों हाथों से भुनाया है। उन्होंने अपने टेस्ट करियर को बचाया है। हालांकि हमें यह नहीं भूलना चाहिए, कि उनका टेस्ट करियर बहुत सी चोटों से बाधित हुआ है जो गलत समय पर आई हैं। मुझे याद है कि जब मैं कोच था, तब उन्होंने टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन इसके बाद उन्हें चोट लग गई थी और इसके बाद वह 5-6 महीने तक टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल पाए थे।"
रोहित को मिला सबका साथ
साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज से पहले बातें हो रहीं थी कि क्या रोहित जब टेस्ट क्रिकेट में पहली बार ओपनिंग करने उतरेंगे तो क्या वो अपने खेलने का अंदाज बदलेंगे। यह सवाल भी लाजमी था, क्योंकि टेस्ट में आपको लंबा खेलना होता है। ऐसे में बड़े शाॅट की बजाय बल्लेबाज को सूझबूझ के साथ क्रीज पर जमना पड़ता है। लेकिन रोहित ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में ओपनिंग करते हुए 244 गेंदों में 176 रन ठोक डाले, जिसमें 23 चाैकों के साथ-साथ 6 छक्के भी शामिल रहे। वहीं दूसरी पारी में 7 छक्कों के साथ 127 रन बनाए। रोहित के इस खेल ने वीरेंद्र सहवाग की याद दिला दी। अब चारों तरफ रोहित को टेस्ट में भी बताैर ओपनर उतराने की आवाज उठ चुकी है।