धोनी की तरह जीना चाहते थे
अंकिता ने बिहार पुलिस के सामने मामले को लेकर अपने बयान दर्ज करवाए। उन्होंने यह भी साफ कहा कि जो खबरें आ रही हैं कि सुशांत डिप्रेशन में थे, वो गलत हैं। इसके बाद उन्होंने एक निजी चैनल से बात करते हुए बताया, ''सुशांत अपने पैशन को फॉलो करता था। वह हर छोटी-छोटी चीजों में अपनी खुशियां ढूंढता था। पैसा से बड़ा उसके लिए पैशन था। लोग उनके बारे में आज तरह-तरह की बातें करते हैं। कह रहे हैं कि वो डिप्रेशन में है। लेकिन सच्चाई ये है कि वो हमेशा मुझसे कहता था कि सक्सेस और फेलियर के बीच में एक लाइन होती है, जो महेंद्र सिंह धोनी फॉलो करते हैं। मैं भी उनकी तरह जीना चाहता हूं। सफलता के साथ भी शांत और असफलता के साथ भी शांत। सुशांत बोलता था कि मैं ऐसा ही होना चाहता हूं।''
छोटी चीजों में ढूंढते थे खुशियां
इसके आगे अंकिता ने सुशांत को लेकर कहा, ''वह छोटी-छोटी चीजों में खुशियां ढूंढता था। वह बच्चों को शिक्षा प्रदान करते थे। तारों को देखने में उसे खुशी मिलती थी। यही उसका पैशन था। वो कभी सुसाइड करके नहीं मर सकता।''
फैंस कहते थे दूसरा धोनी
बता दें कि सुशांत को दूसरा धोनी कहते थे। वो इसलिए क्योंकि उन्होंने धोनी के करियर पर बनी फिल्म में उनका रोल निभाया था। धोनी पर बनी फिल्म 'एम एस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी' 2016 में रिलीज हुई थी। सुशांत ने सुनहरे पर्दे पर धोनी के किरदार को जीवंत करने के लिए महीनों मेहनत की थी। इस फिल्म में रांची से निकले धोनी की विश्व कप विजय तक की यात्रा और संघर्ष को दिखाया गया है। सुशांत ने इसके लिए कड़ी मेहनत की थी। इस फिल्म के लिए पूर्व भारतीय विकेटकीपर किरण मोरे से सुशांत ने बल्लेबाजी, विकेटकीपिंग और हेलीकॉप्टर शॉट के गुर सीखे थे।