5 सालों से आईपीएल से जुड़ा है फ्यूचर ग्रुप
उल्लेखनीय है कि पिछले 5 सालों से फ्यूचर ग्रुप आईपीएल के साथ जुड़ा हुआ था, हालांकि अब वह आईपीएल के 13वें सीजन के साथ ही इस टूर्नामेंट से अपना संबंध खत्म कर रहा है। आईपीएल की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार फ्यूचर ग्रुप अब उसकी असोसिएट स्पॉन्सर की लिस्ट में शामिल नहीं है।
इसक बाद से ही बीसीसीआई फ्यूचर ग्रुप के रिप्लेसमेंट की तलाश कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार चूंकि यह फैसला कंपनी की ओर से लिया गया है और टूर्नामेंट शुरु होने से कुछ वक्त पहले बीच रास्ते में यूं छोड़ने पर बोर्ड फ्यूचर ग्रुप पर जुर्माना भी लगा सकता है।
जुर्माना भरने पर ही राजी होगा बोर्ड
सूत्रों के अनुसार, 'फ्यूचर ग्रुप के पीछे हटने की बड़ी वजह स्पॉन्सरशिप के लिए अधिक कीमत चुकाना भी है। हालांकि बोर्ड तभी राजी होगा जब फ्यूचर ग्रुप पेनल्टी भरने पर सहमत होगा।'
गौरतलब है कि इससे पहले साल 2015 में दिल्ली कैपिटल्स के साथ जुड़े डायकन एयर-कंडीशनिंग ने भी आईपीएल से अलग होने का फैसला किया था। वह दिल्ली की टीम का मुख्य स्पॉन्सर था। हालांकि दिल्ली की टीम ने जल्द ही जेएसडब्ल्यू ग्रुप को नया मुख्य स्पॉन्सर बना दिया।
वीवो ने छोड़ा था टाइटल स्पॉन्सर का करार
आपको बता दें कि सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए देश भर में चीन विरोधी माहौल है जिसके चलते वीवो इंडिया ने इस साल आईपीएल के मुख्य टाइटल स्पॉन्सर से पीछे हटने का फैसला किया था। बीसीसीआई ने फिर इस साल के लिए नीलामी की घोषणा की। ड्रीम11 को इस साल की टाइटल स्पॉन्सरशिप 222 करोड़ रुपये में दी गई जो वीवो के 440 करोड़ रुपये के काफी कम रही।
हालांकि बोर्ड ने दो अन्य असोसिएट स्पॉन्सर साथ जोड़ने की कवायद शुरू की ताकि नुकसान की भरपाई की जा सके। अब फ्यूचर ग्रुप के हटने से एक और परेशानी आ गई है।