विश्व कप फाइनल के बाद फिर चला स्टोक्स का जादू-
इस जीत के साथ ही इंग्लैंड ने एशेज 1-1 से बराबर कर ली है। यह इंग्लैंड के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे बड़ी जीत है। स्टोक्स की इस पारी में जैक लीच का भी अहम योगदान रहा जिन्होंने अंतिम क्रम पर आकर रन तो केवल 1 ही बनाया लेकिन स्टोक्स के साथ 76 रनों की मैच जिताने वाली साझेदारी कर दी। यह टेस्ट क्रिकेट में लक्ष्य का पीछा करते हुए दूसरी सबसे बड़ी 10वें विकेट की साझेदारी है। इससे पहले 2019 में ही कुसाल परेरा और विश्वा फर्नांडो के बीच 10वे विकेट के लिए 78 रनों की साझेदारी हुई थी जिसमें श्रीलंका ने डरबन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऐतिहासिक जीत हासिल की थी।
इंग्लिश क्रिकेट के नायक बनते जा रहे हैं स्टोक्स-
स्टोक्स के अलावा इस पारी में जो रूट (77) और जो डेनली (50) ने भी अहम योगदान दिया। विश्व कप 2019 के फाइनल मैच के बाद एक और ऐतिहासिक जीत में हीरो बनकर बेन स्टोक्स इंग्लैड के मौजूदा दौर के सबसे ऑइकॉनिक क्रिकेटर के तौर पर उभर रहे हैं। गौरतलब है कि विश्व कप के उस मैच में न्यूजीलैंड के टीम के 241 रनों के स्कोर के जवाब में इंग्लैंड की टीम ने भी इतने ही रन बनाए थे और बेन स्टोक्स ने उस मैच में भी नाबाद 84 रनों की पारी खेली थी। इतना ही नहीं स्टोक्स सुपर ओवर में भी बल्लेबाजी करने आए थे।
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अभी कम नहीं हैं चुनौतियां-
बता दें कि इंग्लैंड की पहली पारी में शर्मनाक ढंग से केवल 67 रनों पर ढह गई थी जिसके चलते यह लगभग पक्का माना जाने लगा था कि ऑस्ट्रेलिया इस बार एशेज रिटेन करने में कामयाब हो जाएगा। लेकिन कंगारूओं के मैच जीतने के प्रयासों पर स्टोक्स ने पानी फेर दिया। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहली पारी में 179 रन बनाए थे और दूसरी पारी में 246 रन बनाए थे। जोफ्रा आर्चर ने एक बार फिर से सधी हुई गेंदबाजी करते हुए मैच में 8 विकेट लिए। एशेज सीरीज का चौथा मैच 4 सितंबर से खेला मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड में खेला जाएगा। हालांकि इंग्लैंड के सामने चुनौतिया अभी भी काफी हैं। अगर ऑस्ट्रेलिया की टीम अगले दो मैचों में कोई एक मैच भी जीतने में कामयाब हो जाती है तो वह 17 साल में पहली बार एशेज रिटेन करने में कामयाब हो जाएगी।