नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली बहुचर्चित एशेज टेस्ट सीरीज का आयोजन हो और कोई विवाद देखने को न मिले यह हो ही नहीं सकता। इस साल यह टेस्ट सीरीज ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में खेली जा रही है, जिसका पहला मैच गाबा के मैदान पर खेला जा रहा है। गाबा के मैदान पर खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में कंगारू टीम ने इंग्लैंड को महज 147 रन पर समेट दिया जिसके बाद दूसरे दिन बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट खोकर 343 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया। हालांकि मैच का दूसरा दिन पूरी तरह से विवादों में घिरा नजर आया, जहां पर खेल के पहले सेशन में अंपायरिंग की बहुत बड़ी गलती नजर आयी।
बेन स्टोक्स ने अपनी गेंदबाजी के दौरान 14 बार नो बॉल फेंकी लेकिन अंपायरिंग में उसे सिर्फ 2 बार ही नो बॉल करार दिया गया। यह घटना दूसरी पारी के 13वें ओवर में सामने आयी जब बेन स्टोक्स ने वॉर्नर को नो बॉल पर बोल्ड किया। स्टोक्स की यह गेंद वॉर्नर के पैड पर लगकर स्टंप्स से टकराई, लेकिन उसके बावजूद स्टोक्स ज्यादा जश्न मनाते नजर नहीं आये, शायद उन्हें पता था कि उनका पैर लाइन से आगे गिरा था।
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आउट दिये जाने के बाद वॉर्नर को इंतजार करने के लिये कहा गया और रिप्ले में पता लगा कि वह गेंद नो बॉल थी। हालांकि कुछ समय बाद यह अंपायरिंग की सबसे बड़ी गलती साबित हुई क्योंकि चैनल 7 के रिप्ले में देखते हुए बताया कि बेन स्टोक्स ने पिछली 3 लगातार गेंदे भी नो बॉल ही फेंकी थी लेकिन सिर्फ एक पर ही यह फैसला दिया गया। चीजें और हैरान करने वाली तब हुई जब चैनल 7 ने बेन स्टोक्स के स्पेल पर गहराई से रिसर्च की और बताया कि इस गेंदबाज ने 14 बार नो बॉल फेंकी और सिर्फ 2 को ही अमान्य करार दिया गया।
बेन स्टोक्स ने जब वॉर्नर को बोल्ड किया था तब वो 17 रन के स्कोर पर थे, हालांकि किस्मत का साथ मिलने के बाद उन्होंने 94 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली और ऑली रॉबिन्सन की गेंद पर आउट होकर वापस लौटे। दिन का खेल खत्म होने के बाद जब वॉर्नर से बात की गई तो उन्होंने नो बॉल विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए बताया कि ऐसे विकेट से बचने और बेहतरीन पारी खेलने के लिये आपको किस्मत का साथ चाहिये होता है।
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उन्होंने कहा,'क्या उन्होंने अच्छी गेंदबाजी नहीं की, बिल्कुल की। उन्होंने शॉर्ट लेंथ पर गेंद पर अपने टारगेट पर गेंद फेंकी। जब आप रन नहीं बना पा रहे हों तो आपके थोड़े से भाग्य की जरूरत होती है। पिछले एशेज में मेरे साथ भाग्य नहीं था इस वजह से जब आज मैंने पारी की शुरुआत की तो मुझे उसकी बहुत दरकार थी और सौभाग्य से वो मुझे मिला भी। मैं खुश हूं कि मैंने जहां पर चीजें छोड़ी, वहां से टीम अच्छी तरह से आगे बढ़ी। ट्रैविस हेड ने जिस तरह से शॉट खेलते हुए ताबड़तोड़ शतक लगाया, वह बेहद शानदार रहा। उसने खुद को बैक किया और 112 रन बनाकर टीम को 196 रनों की बढ़त दिलाई।'