मार्नस लाबुशेन (Marnus labuschagne)
एडिलेड टेस्ट की जीत में सबसे बड़े हीरो की भूमिका मार्नस लाबुशेन ने निभाई जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिये पहली पारी में 103 रनों की पारी खेली तो वहीं दूसरी पारी में 51 रनों का योगदान दिया। लाबुशेन की इन पारियों की सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने दोनों पारियां उस वक्त खेली जब कंगारू टीम मुश्किल में नजर आ रही थी। पहली पारी में मार्कस हैरिस महज 4 रन के स्कोर पर वापस लौट गये थे जिसके बाद लाबुशेन के लिये साझेदारी करना जरूरी था और उन्होंने डेविड वॉर्नर के साथ 172 रन की साझेदारी कर टीम को वो जरूरत भरी पारी खेलकर दी। वहीं दूसरी पारी में जब कंगारू टीम ने महज 55 रन के स्कोर पर 4 विकेट खो दिये थे तो उन्होंने ट्रैविस हेड के साथ 89 रनों की साझेदारी कर फिर से कंगारू पारी को संभाला और एक बड़े स्कोर तक पहुंचने में मदद की।
डेविड वॉर्नर (David Warner)
ऑस्ट्रेलियाई टीम की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले दूसरे खिलाड़ी की बात करें तो इसमें सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर का नाम आता है, जिन्होंने गाबा टेस्ट के बाद एडिलेड में भी जबरदस्त पारी खेली और खराब शुरुआत से कंगारू टीम को बाहर निकाला। वॉर्नर ने 167 गेंदों का सामना कर 11 चौकों की मदद से 95 रन बनाये और लाबुशेन के साथ 172 रनों की साझेदारी कर डाली। दूसरी पारी में भी वॉर्नर अच्छी लय में नजर आ रहे थे लेकिन रन आउट के चलते वापस जाना पड़ा। भले ही वॉर्नर लगातार दूसरे मैच में शतक लगाने से चूक गये हों लेकिन उनकी इस अहम पारी की वजह से ही कंगारू टीम ने पहली पारी में 473 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया।
स्टीव स्मिथ (Steve Smith)
एडिलेड टेस्ट में कंगारू टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले खिलाड़ी की लिस्ट में स्टीव स्मिथ भी शामिल है जिन्होंने पहली पारी में 93 रनों की अहम पारी खेलने के साथ ही इस मैच में टीम की कमान भी संभाली। स्मिथ ने पहली पारी में वॉर्नर के आउट होने के बाद पहले लाबुशेन के साथ 65 रनों की साझेदारी की तो वहीं पर ट्रैविस हेड के साथ 51 रन जोड़े। पहली पारी में आउट होने से पहले स्टीव स्मिथ ने एलेक्स कैरी के साथ 91 रनों की साझेदारी कर टीम को 400 रन के स्कोर के करीब पहुंचा दिया, जिसने कंगारू टीम को पहली पारी में बड़ी बढ़त हासिल करने में अहम भूमिका निभाई। इसके साथ ही जब मैच के आखिरी दिन इंग्लिश बल्लेबाजों ने अपने डिफेंस से कंगारू टीम को परेशान करना जारी रखा तो स्मिथ ने गेंदबाजी में सही समय पर बदलाव कर अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
नाथन लॉयन (Nathan Lyon)
पिंक बॉल टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाने में उसके ऑफ स्पिनर नाथन लॉयन ने भी अहम भूमिका निभाई। लॉयन ने गाबा टेस्ट मैच के दौरान अपने 400 विकेट पूरे किये थे और इस मैच में 5 विकेट लेकर अपने शिकार की संख्या को बढ़ाना जारी रखा। लॉयन ने पहली पारी में ऑली रॉबिन्सन, ऑली पोप और क्रिस वोक्स का अहम विकेट झटका, तो वहीं पर दूसरी पारी में बेन स्टोक्स और ऑली रॉबिन्सन की जुझारू पारियों का अंत लॉयन की गेंदबाजी से हुआ।
झॉय रिचर्डसन (Jhye richardson)
चोट की वजह से एडिलेड टेस्ट में नहीं खेल पाने वाले जोश हेजलवुड की जगह टीम में शामिल हुए झॉय रिचर्डसन ने भी शानदार गेंदबाजी की और इंग्लिश बल्लेबाजों को रन बनाने से रोका। झॉय रिचर्डसन अपने टेस्ट करियर का तीसरा ही मैच खेल रहे थे जिसमें शानदार गेंदबाजी करने के बावजूद उन्हे पहली पारी में कोई विकेट नहीं मिला था। हालांकि दूसरी पारी में इस गेंदबाजी ने अपने करियर का पहला 5 विकेट हॉल लेकर जो रूट की टीम की कमर तोड़ दी और अपनी टीम को जीत दिलाई। रिचर्डसन ने दूसरी पारी में 19.1 ओवर की गेंदबाजी की और 42 रन देकर 5 विकेट अपने नाम किये।
मिचेल स्टार्क (Mitchell Starc)
ऑस्ट्रेलिया को पिंक बॉल टेस्ट में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में अगला नाम मिचेल स्टार्क का है जिन्होंने इस मैच में कुल 6 विकेट अपने नाम किये। मिचेल स्टार्क ने पहली पारी में 4 विकेट (रॉरी बर्न्स, डेविड मलान, जोस बटलर और स्टुअर्ट ब्रॉड) हासिल किये और पिंक बॉल टेस्ट में विकेटों का अर्धशतक लगाने वाले पहले गेंदबाज बने। वहीं दूसरी पारी में स्टार्क ने कप्तान जो रूट और ऑली पोप का अहम विकेट हासिल कर इंग्लैंड को वापसी करने का मौका ही नहीं दिया।