नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी राइवलरी इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली एशेज टेस्ट सीरीज का पहला मैच गाबा के मैदान पर खेला गया जहां पर ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 9 विकेट से जीत हासिल की। एशेज सीरीज के तहत दोनों टीमों को 5 मैचों की सीरीज खेलनी है जिसके पहले मैच में इंग्लैंड की टीम का प्रदर्शन काफी शर्मनाक रहा। गाबा के मैदान पर खेले गये इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड को महज 147 रन पर समेट दिया, जिसके जवाब में कंगारू टीम ने डेविड वॉर्न (94) के अर्धशतक और ट्रैविस हेड की शतकीय पारी के दम पर 425 रनों का स्कोर खड़ा किया और 278 रनों की बढ़त हासिल कर ली। मैच के तीसरे दिन कप्तान जो रूट (89) और डेविड मलान (82) ने थोड़ा सा जुझारुपन जरूर दिखाया लेकिन चौथे दिन टीम पूरी तरह से लड़खड़ा गई।
इंग्लैंड की पूरी टीम दूसरी पारी में 297 रनों पर सिमट गई और ऑस्ट्रेलिया के सामने जीत के लिये 20 रन का लक्ष्य रखा, जिसे कंगारू टीम ने आसानी से हासिल कर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। मैच के दौरान जहां ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने टॉप गेम के साथ खेलती नजर आयी तो वहीं पर इंग्लैंड की टीम पूरी तरह से क्लूलेस लगी। इंग्लैंड के शर्मनाक प्रदर्शन को लेकर टीम को लगातार आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है जिसे देखते हुए अब टीम के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने भी अपनी राय रखी है और कहा कि जिस तरह से टीम का प्रदर्शन रहा उसे देखकर उन्हें कोई हैरानी नहीं हुई।
माइकल वॉन ने फॉक्स सपोर्टस डॉट कॉम डॉट एयू से बात करते हुए कहा कि इंग्लैंड की टीम में कुछ बुनियादी समस्यायें हैं और उसे नजरअंदाज करते हुए वो जिस तरह से रणनीति बनाते हैं, उसे देखते हुए उन्हें नतीजे को लेकर कोई हैरानी नहीं हुई।
उन्होंने कहा,'मुझे लगा ही था कि शायद ऐसा कुछ होगा। यह इंग्लैंड के साथ काफी ज्यादा हो रहा है जहां पर आप उनसे बहुत सारी उम्मीदें रखते हैं और जब तक आपको पता चलता है उससे पहले ही उनका काम तमाम हो चुका होता है। इस हफ्ते एशेज में जो कुछ भी उससे मैं बिल्कुल भी हैरान नहीं हूं। आप हर बार उम्मीद लगाते हैं कि शायद इस बार चीजें कुछ अलग होंगी, टीम के पास इतना ज्यादा टैलेंट है कि वो इस बार आपको सही साबित करेंगे, लेकिन जब भी अच्छी टीमों की बारी आती है तो आपकी बुनियादी कमियां बाहर आ जाती है। अगर आप पिछले कुछ सालों का रिकॉर्ड देखें तो वो जब भी ऑस्ट्रेलिया, इंडिया और न्यूजीलैंड जैसी बेहतर टीमों के खिलाफ खेलते हैं वो फिसड्डी साबित होते हैं। इस पूरे समर में ऐसा ही देखने को मिला है, 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी ऐसा ही खेल थे। इस टीम ने एक नहीं बल्कि कई खराब सीजन दिये हैं।'
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गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया टीम फिलहाल सीरीज में 1-0 से आगे हैं, ऐसे में वापसी करने के लिये इंग्लैंड को अगले मैच में वापसी करनी होगी। सीरीज का अगला मैच पिंक बॉल टेस्ट प्रारूप में खेला जायेगा। आपको बता दें कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी टेस्ट सीरीज के दौरान एक से ज्यादा पिंक बॉल टेस्ट मैच खेले जायेंगे। एशेज सीरीज का आखिरी मैच भी पिंक बॉल फॉर्मेट में ही खेला जायेगा।