नई दिल्ली: इंग्लैंड की टीम को एशेज में अभी तक बुरी तरह दो टेस्ट मैचों में हार मिली है। अब सीरीज में तीन मैच बचे हुए हैं और सीरीज जीतने के लिए अंग्रेजों को ये तीनों मुकाबले जीतने होंगे जो कि उनके लिए लगभग असंभव टास्क है। ऑस्ट्रेलिया अगर बहुत खराब खेला तो ये सीरीज ड्रा जरूर हो सकती है। इंग्लैंड की इस स्थिति से जो रूट वाकिफ हैं और उन्होंने पहले दो टेस्ट मैचों की टीम की हार के लिए गेंदबाजों की काफी आलोचना की थी।
इंग्लैंड के सीनियर गेंदबाज जेम्स एंडरसन हालांकि इस आलोचना से इत्तेफाक नहीं रखते। जो रूट ने दूसरा टेस्ट मैच हारने के बाद कहा था कि हमारे बॉलरों को और फुल लेंथ पर गेंदबाजी करनी चाहिए थी। एंडरसन का कहना है कि बात केवल इतनी नहीं है बल्कि इससे भी ज्यादा है और टीम को हालातों के साथ बेहतर तरीके से संतुलन बैठाना था।
एंडरसन इंग्लैंड के ऑल टाइम टॉप टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं और दुनिया के भी सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वाले बॉलर हैं। उन्होंने द टेलीग्राफ के लिए अपने कॉलम में कहा कि हमने उस पिच पर बेहतर बैटिंग नहीं की जहां पर डाटा बताता है कि यह एडिलेड की सबसे पाटा विकेटों में एक थी और पिंक बॉल ने यहां पर बहुत कम हलचल की, वर्ना डे-नाइट टेस्ट में स्थिति कुछ और होती है।
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एंडरसन आगे कहते हैं कि बॉलर के नजरिए से आपको लगातार सही लंबाई पर बॉलिंग करनी होगी। हमने पहले दो दिन अपना बेस्ट किया...शायद हम थोड़ी और लंबाई की गेंदों को फेंक सकते थे लेकिन हमने फिर भी कुछ मौके बनाए जिनको विकेटों में तब्दील नहीं किया गया।
इंग्लैंड की टीम ने एडिलेड ओवल की पहली पारी में 236 और दूसरी में 192 रन बनाए थे। उन्होंने गाबा में भी 147 और 297 रन बनाए थे। एंडरसन का कहना है कि इंग्लैंड को बैटिंग में सुधार करना होगा।
जिमी के मुताबिक इंग्लैंड की टीम को परिस्थितियों को पढ़ने में और बेहतर होना होगा क्योंकि एक गेम के बाद बात करने से कुछ नहीं होगा कि गेंदबाजों को फुलर लेंथ करनी थी।
ध्यान देने वाली बात यह है कि एंडरसन को गाबा टेस्ट में नहीं खिलाया गया था। उन्होंने एडिलेड टेस्ट खेला और इंग्लैंड के सबसे किफायती बॉलर साबित हुए। उनको मैच में तीन विकेट भी मिले।