नेहरा ने बताया क्यों खास हैं बुमराह
आखिरी टेस्ट मैच कैंसिल हो जाने के बाद सोनी स्पोर्टस के साथ हो रही बातचीत में आशीष नेहरा ने इस गेंदबाज की कोशिशों की जमकर तारीफ की और कहा कि अपनी गलतियों को न दोहराना ही इस गेंदबाज की सफलता की चाबी रही है।
उन्होंने कहा,' मेरे लिये सबसे जरूरी चीज है कि जसप्रीत बुमराह अपनी गलतियों को दोहराते नहीं है। जब आप आंकड़ों पर नजर डालेंगे तो पता लगेगा कि पहली पारी में उन्होंने शायद 5 विकेट लिये थे और नॉटिंघम टेस्ट को 7-8 विकेट के साथ खत्म किया। इसके बावजूद वह 30 विकेट पर नहीं है। इसका मतलब है कि उनके कुछ ऐसे मैच भी रहे जिसमें उन्हें ज्यादा विकेट नहीं मिले हैं लेकिन अगले मैच में उन्होंने जिस तरह से कोशिश कर वापसी की है वो तारीफ के काबिल है। वह बहुत अच्छे से जानते हैं कि उन्हें कब कोशिश करनी है।'
किस कारण एंडरसन पर भारी है बुमराह की गेंदबाजी
इस दौरान नेहरा ने इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन और जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी की तुलना की और बताया कि दोनों में क्या अंतर है। एंडरसन ने इस सीरीज में 15 विकेट हासिल किये हैं।
उन्होंने कहा,'जिम्मी एंडरसन के पास बहुत सारा अनुभव है, वहीं पर बुमराह की बात करें तो वह गेंदबाज नहीं है जिसके नाम 100 टेस्ट मैच है लेकिन उनकी ताकत यह रही है कि वह बहुत जल्दी दूसरों के अनुभव से सीखते हैं और यही उन्हें टीम का एक्स फैक्टर भी बनाती है।'
बल्लेबाज के दिमाग से खेलते हैं बुमराह
नेहरा यहीं पर नहीं रुके, उन्होंने ओवल टेस्ट में मिली जीत का श्रेय भी बुमराह को दिया। उन्होंने कहा कि जब ओवल टेस्ट के दौरान पिच से कोई मदद नहीं मिल रही थी तो यह बुमराह ही थे जिन्होंने गेंदों में वैरिएशन का इस्तेमाल किया और टीम को जीत दिलाई।
उन्होंने कहा,'बुमराह ने सिर्फ दो ही विकेट लिये लेकिन जिस तरह का मैच जा रहा था, उसमें उन्होंने जिस तरह से वो स्पेल डाला, इंग्लैंड के पास वापसी करने का कोई मौका ही नहीं बचा। बहुत सारी बातें हो रही थी कि पिच बल्लेबाजों के पक्ष में हैं जो कि सच में यही केस था लेकिन बुमराह ने जिस तरह से यॉर्कर फेंकी उससे पिच को मैच से बाहर कर दिया। आपने यॉर्कर जरूर देखी लेकिन उन्होंने बाउंसर्स का भी इस्तेमाल किया। वह बल्लेबाज के दिमाग से खेल रहे थे और यही वजह है कि वो टेस्ट क्रिकेट में लगातार ऐसा प्रदर्शन करने में कामयाब रहते हैं।'