कोलंबो। मौजूदा भारतीय टीम में सबसे धाकड़ गेंदबाजों में से एक उमेश यादव ने बड़ा खुलासा किया है। उमेश यादव ने कहा है कि लेदर गेंद के बारे में 20 साल की उम्र तक पता ही नहीं था।
उमेश यादव का कहना है कि जब 20 वर्ष की उम्र में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने आगाज किया था तो उन्हें लाल रंग की एसजी टेस्ट गेंद से खेलने का अंदाजा नहीं था। भारत के इस प्रमुख तेज गेंदबाज ने कहा कि वह शुरू से ही जानते थे कि अपनी रफ्तार हासिल करने की क्षमता से उच्च स्तर पर आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
आपको बता दें कि उमेश यादव अब तक 33 टेस्ट में 92 और 70 वनडे में 98 विकेट ले चुके हैं। उमेश यादव ने 'बीसीसीआई डॉट टीवी' से कहा, 'आप बचपन से क्रिकेट खेल रहे हो तो आपको खेल के बारे में काफी चीजें पता चल जाती हैं। लेकिन अगर आपको अचानक कुछ अलग चीज करने को कहा जाए, तो आपके लिए मुश्किल हो सकती है।'
यादव ने इंटरव्यू में कहा कि "मैंने टेनिस और रबड़ की गेंद से खेलना शुरू किया। जब तक मैं 20 साल का नहीं हो गया तब तक मैंने क्रिकेट में आमतौर पर इस्तेमाल की जानी वाली गेंद नहीं पकड़ी थी।"
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यादव ने कहा, 'मैं जानता था कि ऐसे कई गेंदबाज थे, जो 130-135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते थे. मैं जानता था कि अगर आप हर गेंद 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से करोगे, तभी आप कुछ अलग हो सकते हो और तभी आपको मौका मिल सकता है।' आपको बता दें कि उमेश यादव इस समय श्रीलंका दौरे पर भारतीय टीम से मुख्य गेंदबाज हैं। उमेश यादव को उनकी गति के लिए जाना जाता है।