नई दिल्ली: महाराष्ट्र में औरंगाबाद पुलिस ने माना है कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन के ऊपर जो केस दर्ज किया गया था वह गलतफहमी के चलते फाइल हो गया।
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते अजहर और और दो अन्य के खिलाफ एक ट्रेवल एजेंट ने 21 लाख रुपए की धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है, जिसके जवाब में मो. अजहरूद्दीन ने सारे आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए ट्रेवल एजेंट पर 100 करोड़ की मानहानि केस का दावा किया है।
लेकिन अब पुलिस ने पाया है कि मामला गलत तथ्यों पर आधारित था जिसके चलते अदालत में 'सी-समरी' रिपोर्ट दायर की जा रही है। पुलिस 'सी-समरी' रिपोर्ट तब दायर करती है जब मामला गलत तथ्यों पर आधारित पाया जाता है।
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क्या था मामला दरअसल दानिश टूर्स एंड ट्रेवल के मालिक और जेट एयरवेज के पूर्व कार्यकारी साहेब वाय मोहम्मद ने इन तीनों पर 21 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है, ट्रैवल एजेंट वाय मोहम्मद का कहना है कि सुधीश अविकल ने 9 नवंबर से 12 नवंबर 2019 के बीच खुद के लिए और अजहर के लिए दुबई, पेरिस, ट्यूरिन, एम्सटर्डम, म्यूनिखा, कोपेनहेगन, मैनचेस्टर और जगरेब के लिए टॉप एयरलाइंस से टिकट बुक कराई थी, अविकल ने इस ट्रेवल एजेंसी के मालिक से मुलाकात कर कहा कि उनके पास अभी भुगतान के पैसे नहीं है लेकिन जाना जरूरी है इसलिए आप टिकट बुक कर दीजिए, ट्रेवल एजेंसी ने अजहरुद्दीन के सचिव मुजीब खान से बात करने के बाद टिकट बुक किए थे।
ट्रेवल एजेंट ने लगाए थे अजहर पर आरोप सुधिश अविकल ने क्रोएशियन नेशनल बैंक के अपने अकाउंट से 13500 यूरो (1060000 रुपए) की एक किस्त देने का वादा किया था लेकिन जब मोहम्मद ने इस बारे में बैंक से बात की तो पता चला की कोई पैमेंट नहीं किया गया है।। उन्होंने इसके बाद अजहर और खान से बात करने की कोशिश की लेकिन उन लोगों ने बात करने से इंकार कर दिया, जिसके बाद मोहम्मद ने इन तीनों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए एफआई आर दर्ज करा दी।