नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गये तीसरे और आखिरी वनडे मैच में विराट सेना ने 13 रनों से जीत हासिल की और ऑस्ट्रेलिया के हाथों क्लीन स्वीप होने से खुद को बचाया। भारतीय टीम ने वनडे सीरीज के आखिरी मेच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 302 रनों का स्कोर खड़ा किया जिसका पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम सिर्फ 289 रन ही बना सकी औऱ 13 रनों से मैच को हार गई। भारतीय टीम की बल्लेबाजी के दौरान एक समय ऐसा था जब लग रहा था कि टीम 250 रन तक के स्कोर पर भी नहीं पहुंच पायेगी लेकिन हार्दिक पांड्या और रविंद्र जडेजा ने छठे विकेट के लिये 150 रनों की साझेदारी की और सीरीज में तीसरी बार स्कोर को 300 के पार पहुंचाया।
वहीं जब ऑस्ट्रेलियाई टीम रनों का पीछा कर रही थी तो ग्लेन मैक्सवेल ने एक बार फिर से ताबड़तोड़ पारी खेली और टीम को जीत दिलाने की ओर थे लेकिन बुमराह ने उन्हें बोल्ड कर मैच को अपनी ओर मोड़ दिया।
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मैच में हार के बाद ग्लेन मैक्सवेल ने बात करते हुए कहा,' हम जानते थे कि हमने 150 रन पर 5 विकेट हासिल कर लिये हैं और उनके गेंदबाजों की बल्लेबाजी आने में सिर्फ एक विकेट की दूरी रह गई है, हालांकि दुर्भाग्य से विकेट ने अचानक ही अपना मिजाज बदल दिया और हार्दिक जडेजा ने जिस तरह से खेल दिखाया हम पर अलग दबाव बना। उन्होंने शानदार पारी खेली और लगातार अच्छे शॉट खेलकर हमसे मैच छीन लिया।'
उल्लेखनीय है कि हार्दिक पांडया और रविद्र जडेजा ने शुरुआत में जमने में काफी समय लगाया और धीमी गति से रन बनाये। हालांकि 46वें से 48वें ओवर के बीच उन्होंने तेजी से रन बनाते हुए 53 रन स्कोर किये और आखिरी 5 ओवर में 73 रन जोड़ डाले। पांड्या ने अपनी पारी में 7 चौके और एक छक्का लगाया तो वहीं रविंद्र जडेजा ने 5 चौके और 4 छक्के लगाने का काम किया।
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वहीं ग्लेन मैक्सवेल ने भी ऑस्ट्रेलिया के लिये जीत की उम्मीद को बरकरार रखा हुआ था। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मैक्सवेल ने कहा कि हमारे लिये विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी (38) का रन आउट टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ जिसके चलते हम 3 रन से हार गये।
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि एलेक्स कैरी का रन आउट होना हमारे लिए मैच का रुख बदलने वाला रहा, जो पूरी तरह से मेरी गलती थी।'