4 महत्वपूर्ण बदलावों के साथ उतरी भारतीय टीम
भारतीय टीम ने सीरीज के आखिरी मैच में 4 अहम बदलाव किये, जिसका असर मैच के रिजल्ट पर भी देखने को मिला। कप्तान विराट कोहली ने आज के मैच में मयंक अग्रवाल के बजाय शुबमन गिल को बतौर सलामी बल्लेबाज शामिल किया तो वहीं लगातार ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से पिट रहे युजवेंद्र चहल की जगह कुलदीप यादव को शामिल किया। गेंदबाजी में विराट ने नवदीप सैनी की जगह शार्दुल ठाकुर को तो मोहम्मद शमी की जगह टी नटराजन को डेब्यू करने का मौका दिया।
शुबमन गिल ने पारी में 33 रनों का योगदान दिया तो वहीं कुलदीप ने भी किफायती साबित होते हुए एक विकेट हासिल किया। वहीं शार्दुल-नटराजन की जोड़ी ने 5 विकेट हासिल करते हुए 20 ओवर में सिर्फ 121 रन ही खर्च किये। इस दौरान इन दोनों ने एक-एक ओवर मेडन भी निकाला।
विराट कोहली ने जीता टॉस और खेली कप्तानी पारी
भारतीय टीम के लिये आज के मैच में टॉस ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, पिछले 10 मैचों में कप्तान विराट कोहली के लिये यह पहली जीत थी, जहां पर उन्होंने हेड के बजाय टॉल्स कॉल की और टॉस जीता। वहीं जब पहले बल्लेबाजी के लिये भारतीय टीम उतरी तो उसने अपना पहला विकेट शिखर धवन के रूप में जल्दी खो दिया लेकिन कप्तान विराट कोहली ने 78 गेंदों में 5 चौके लगाकर 63 रनों की कप्तानी पारी खेली और टीम को जल्दी विकेट खोने से रोके रखा। विराट कोहली भारतीय टीम के लिये 5वां विकेट बनकर वापस पवेलियन लौटे जिसके बाद टीम का एक भी विकेट नहीं गिरा।
विराट कोहली ने इस दौरान एक अर्धशतकीय और कई छोटी-छोटी साझेदारियां की और टीम को दबाव से निकालने में मदद की।
पांड्या-जडेजा ने फिर संभाला मध्यक्रम, जोड़े 150 रन
भारतीय टीम के लिये हार्दिक पांड्या और रविंद्र जडेजा ने एक बार फिर से मध्यक्रम में पारी को संभालने का काम किया और छठे विकेट के लिये नाबाद 150 रन जोड़े। यह दोनों खिलाड़ी जिस वक्त क्रीज पर आये थे उस वक्त भारतीय टीम 152 रन के स्कोर पर अपने 5 विकेट खो चुकी थी। दोनों ने पारी की शुरुआत थोड़े धीमे अंदाज में की लेकिन आखिर में तेजी से रन बनाकर टीम का स्कोर 300 के पार पहुंचाया। हार्दिक पांड्या ने 76 गेंदों में 7 चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 92 रन ठोंके तो वहीं पर रविंद्र जडेजा ने 50 गेंदों में 5 चौके और 3 छक्के की मदद से नाबाद 66 रन बनाये।
पावरप्ले में मिटा विकेट का सूखा, नटराजन-शार्दुल ने झटके 5 विकेट
भारत की ओर से दिये गये 303 रनों का लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिये आज के मैच शुरुआत ठीक नहीं रही और भारत के लिये डेब्यू कर रहे तेज गेंदबाज टी नटराजन ने पावरप्ले के दौरान मार्नस लाबुशाने को छठे ओवर में अपना पहला शिकार बनाया। इसके साथ ही भारतीय टीम का पॉवरप्ले में विकेट न निकाल पाने का जो सूखा चल रहा था उसे भी खत्म किया।
वहीं शार्दुल ठाकुर ने भी लगातार दो मैचों में शतक लगाने वाले स्टीव स्मिथ को 12वें ओवर में वापस पवेलियन भेज दिया। दोनों खिलाड़ी आज के मैच में सिर्फ 7-7 रनों का ही योगदान दे सके। शार्दुल ठाकुर ने मोइजेस हेनरिक्स और सीन एबॉट का भी विकेट हासिल किया। वहीं नटराजन ने जुझारू पारी खेल रहे एश्टन एगर को चलता कर भारतीय टीम के लिये जीत सुनिश्चित की।
बुमराह की वापसी, हासिल किया सबसे अहम विकेट
भारतीय टीम के लिये आज के मैच में जसप्रीत बुमराह ने जबरदस्त वापसी की और पहले 5 ओवर के स्पेल में महज 19 रन देकर कंगारू टीम पर दबाव को बनाये रखा। वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिये ग्लेन मैक्सवेल 37 गेंदों में 3 चौके और 4 छक्के लगाकर 59 रनों की पारी खेल चुके थे और भारत के हाथों से जीत को दूर ले जा रहे थे तभी जसप्रीत बुमराह ने मैक्सवेल को 45वें ओवर में बोल्ड मारा और आखिरी वनडे मैच में जीत को सुनिश्चित कर लिया। वहीं 50वें ओवर की तीसरी गेंद पर उन्होंने एडम जम्पा का विकेट लेकर भारतीय टीम को जीत दिलाई। बुमराह ने आज के मैच में न सिर्फ किफायती गेंदबाजी की बल्कि ऑस्ट्रेलियाई टीम का वह विकेट हासिल किया जो कि मैच का रुख बदल सकता था।