Australia vs India Shardul Thakur praises Coach Ravi Shastri Explains How he helped to get winning Attitude at Gaba: नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच जारी बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज (Border Gavaskar Test Series) का चौथा और आखिरी मैच गाबा के मैदान पर खेला जा रहा है, जहां पर भारतीय टीम के जुझारू प्रदर्शन के चलते मैच बेहद रोमांचक स्थिति में पहुंच गया है। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 369 रनों का स्कोर खड़ा किया जिसके जवाब में भारतीय टीम ने 186 रन पर 6 विकेट खोने के बाद शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) (67) और वाशिंगटन सुंदर (62) की अर्धशतकीय पारियों के दम पर वापसी की और इस जोड़ी के बीच की गई 123 रनों की साझेदारी की बदौलत 336 रनों बनाये।
पहली पारी में मिली 33 रनों की बढ़त की बदौलत ऑस्ट्रेलिया की टीम ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद 54 रनों की बढ़त हासिल कर ली है। वहीं भारतीय टीम के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) की ओर से खेली गई इस अर्धशतकीय पारी को लेकर दुनिया भर के दिग्गज खिलाड़ी तारीफ करते नजर आ रहे हैं।
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मैच के बाद वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने अपनी इस शानदार पारी के बारे में बताया और इसे खेलने के पीछे हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) को श्रेय दिया और बताया कि कैसे उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों से निकलने का मंत्र दिया।
उन्होंने कहा,'जब मैं मैदान पर पहुंचा तो हमारे लिये चीजें मुश्किल थी और मैं इससे कोई इंकार नहीं है। यहां मौजूद दर्शक भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का हौसला बढ़ा रहे थे, तभी मुझे हमारे कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) की वनडे सीरीज से पहले कही गई बातें याद आ गई। उन्होंने कहा था कि अगर मैं ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन करता हूं तो भारत में दर्शकों के बीच सम्मान मिलेगा। मेरे दिमाग में सिर्फ 2 ही चीजें थी, यहां मौजूद दर्शक मेरे खिलाफ शोर मचायेंगे लेकिन अगर अच्छा प्रदर्शन किया तो बाद में तालियां भी बजायेंगे। मैं बस दर्शकों के बीच सम्मान चाहता था और सबसे सकारात्मक बात यह थी कि इससे मेरी टीम को मदद मिलेगी, तो मैंने वैसा ही खेलना जारी रखा।'
शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने आगे कहा कि मुझे बल्लेबाजी करना पसंद है और प्रैक्टिस के दौरान जब भी थ्रो-डाउन स्पेशलिस्ट के पास समय होता है तो मैं बैटिंग प्रैक्टिस करता हूं। आज की पारी करियर के उन पलों में से एक है जिनके लिये आप काफी मेहनत करते हैं और इंतजार करते हैं कि कब वो मौका मिले जब आप टीम के लिये कुछ भी कर सकें। बैटिंग के वक्त दिमाग में यही बात थी कि कैसे भी करके ज्यादा से ज्यादा समय मैदान पर बिताऊं और ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले रनों के अंतर को कम कर सकूं। मेरे लिये 2016 में इंडिया ए के साथ किये गये दौरे का अनुभव भी काम आया।
शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने कहा कि वो बल्लेबाजी के दौरान स्कोर बोर्ड की तरफ देख भी नहीं रहे थे, बस ज्यादा से ज्यादा देर तक बल्लेबाजी पर ध्यान दे रहे थे।