अपनी बात के लिये अश्विन को उठाना पड़ता है नुकसान
गावस्कर (Sunil Gavaskar) का मानना है कि भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम में अलग खिलाड़ियों के लिये अलग नियम होते हैं। इस बारे में बात करते गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कहा है कि आप रविचंद्रन अश्विन और टी नटराजन जैसे गेंदबाजों से इस बारे में पूछते हैं। सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि विराट कोहली को बीसीसीआई ने अपने बच्चे के जन्म के लिये छुट्टी दी है जबकि तेज गेंदबाज टी नटराजन जो कि आईपीएल प्लेऑफ के दौरान पिता बने थे लेकिन वह अभी तक अपने बेटी से मिल नहीं पाये हैं।
350 विकेट लेने के बाद भी नहीं मिलता ठीक से मौका
स्पोर्ट्स्टार से बात करते हुए कहा,'आप अश्विन की बात करें तो उन्हें अपनी गेंदबाजी स्किल्स से ज्यादा अपने साफ बोलने की वजह से नुकसान उठाना पड़ा है। मीटिंग में बात करते हुए खिलाड़ी कई बार अपनी बात कहने से डरते हैं लेकिन अश्विन ऐसे नहीं हैं, यही कारण है कि उन्हें इसका नुकसान उठाना पड़ता है।'
उन्होंने कहा कि कोई भी देश एक ऐसे गेंदबाज का स्वागत करता जिसके नाम 350 से ज्यादा टेस्ट विकेट हों और 4 शतक भी लगाये हों, हालांकि अगर अश्विन एक मैच में विकेट लेने में असफल होते हैं तो उन्हें अगले मैच में मौका नहीं मिलता। वहीं अगर बल्लेबाजों के लिये यह होता तो उन्हें एक और मिलता है लेकिन अश्विन के लिये दूसरा नियम लागू होता है।
नटराजन के लिये भी बदल गये हैं नियम
इसके साथ ही गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने नटराजन के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्हें सिर्फ एक नेट बॉलर के रूप में ऑस्ट्रेलिया में रहने पर मजबूर किया, जबकि वह सीमित ओवर्स सीरीज का हिस्सा थे, जो कि 15 दिन पहले समाप्त हो चुकी है।
उन्होंने कहा,'मैनेजमेंट का नियम नटराजन के लिये भी अलग है, हालांकि कोई उसके बारे में नहीं बात करेगा क्योंकि वह टीम में नया है। नटराजन ने टी20 में शानदार शुरुआत की और हार्दिक पांड्या ने उनके साथ अपना अवॉर्ड साझा किया। वह आईपीएल प्लेऑफ के दौरान पहली बार पिता बने थे। उन्हें सीधे यूएई से ऑस्ट्रेलिया ले जाया गया और फिर शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें टेस्ट सीरीज के लिए वहीं रखा गया, हालांकि वह टीम के एक हिस्से के रूप में नही बल्कि नेट बॉलर के रूप में। जबकि विराट कोहली को छुट्टी मिल गई। यहां पर एक ही बात के लिये दो खिलाड़ियों को अलग-अलग नियमों का सामना करना पड़ा है।'