नई दिल्ली। बॉल टेम्परिंग विवाद में दुनियाभर में अपनी फजीहत करा बैठी ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए महिला क्रिकेट टीम ने राहत भरी खबर दी है। दरअसल भारत में खेली गई त्रिकोणीय टी20 सीरज के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर इंग्लैंड को हरा दिया और खिताब अपने नाम कर लिया। ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 4 विकेट खोकर 209 रन बनाए।
ये महिला टी-20 का सबसे बड़ा स्कोर है। यही नहीं महिला टी-20 इंटरनेशनल में यह महज दूसरा मौका है, जब किसी टीम ने एक पारी में 200 से ज्यादा रन बनाए हों। इससे पहले साउथ अफ्रीका की टीम ने 2010 में नीदरलैंड्स के खिलाफ 205/1 रन बनाए थे। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया की पारी में 32 चौके लगे, जो टी-20 इंटरनेशनल का वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं। पुरुषों की टीम ने भी टी-20 इंटरनेशनल में इतने चौके नहीं लगाए हैं।
इससे पहले श्रीलंका की पुरुष टीम ने जोहानिसबर्ग में केन्या के खिलाफ टी-20 वर्ल्ड कप-2007 में 30 चौके लगाए थे। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से कप्तान मैग लेनिंग ने सबसे ज्यादा 45 गंदों में नाबाद 88 रनों की पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 16 चौका एक छक्का लगाया। एलिसा हेली (24 गेंदों में 33 रन), एश्ले गार्डनर (20 गंदों में 33 रन), एलिस विलानी (30 गेंदों में 51 रन) ने शानदार बल्लेबाजी की। इंग्लैंड की तरफ से जेनी गन ने 2 विकेट लिए। जीत के लिए 210 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड निर्धारित 20 ओवरों में 9 विकेट खोकर 152 रन ही बना सकी और इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने त्रिकोणीय सीरीज 57 रनों से अपने नाम कर ली।
इंग्लैंड की बात करें तो डेनियल वेट (17 गेंदों में 34 रन) नताली स्कीवर (42 गेंदों में 50 रन) एमी एलिसन जोन्स (28 गेंदों में 30 रन) और फ्रान विल्सन 15 गेंदों में 14 रन ही दहाई का आंकड़ा छू सकीं। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मैगन स्कट ने सबसे ज्यादा 3 और किमिन्सी व गार्डनर को दो-दो विकेट मिले। एक विकेट एलिस पेरी को मिला। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मैग लेनिंग प्लेयर ऑफ द मैच और मैगन स्कट प्लेयर ऑफ द सीरीज चुनी गईं।