स्मिथ-कमिंस नहीं बल्कि लाबुशेन बनें अगला कप्तान
इस बीच जब यही सवाल कप्तान टिम पेन से पूछा गया तो उन्होंने स्मिथ और कमिंस के बजाय मध्यक्रम बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन का नाम लेते हुए कहा कि वह टीम के लिये अच्छा कप्तान साबित होगा। पाकिस्तान के खिलाफ साल 2018 में डेब्यू करने के बाद से ही 26 वर्षीय लाबुशेन का कद ऑस्ट्रेलियाई में लगातार बढ़ता रहा है। वह टेस्ट क्रिकेट में मौजूदा समय के तीसरी रैंकिंग वाले बल्लेबाज हैं और विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम है।
सोमवार को ब्रिस्बेन में पत्रकारों से बात करते हुए कहा,'मुझे लगता है कि लाबुशेन टीम के लिये अच्छा लीडर साबित होगा। मार्नस के पास खेल को समझने और उसके बारे में सोचने की अच्छी क्षमता है। वह एक अच्छा टीम मैन है जो कि अपने साथ टीम में और खेल में काफी जुनून लेकर आता है।'
लाबुशेन में है कप्तानी की काबिलियत
टिम पेन ने लाबुशेन के जुनून और शानदार बल्लेबाजी के अलावा खेल में लगातार सीखते रहने और बढ़ने की भूख की भी तारीफ की और कहा कि आने वाले समय में वह टीम में बड़ा रोल अदा करते हुए नजर आ सकते हैं।
उन्होंने कहा,'हम अपने खेल के बारे में बात करें तो हमारी टीम इंप्रूव कर रही है तो मार्नस लगातार अपने खेल में विकास कर रहा है। मुझे पक्का यकीन है कि अगले कुछ सालों में वह टीम की कमान संभालता नजर आयेगा। उसके पास टीम को संभालने और आगे ले जाने की काबिलियत है और अगर वो इसे बढ़ाने का काम करता है तो मुझे यकीन है कि वह बेहद महान कप्तान साबित होगा।'
लैंगर की वजह से विकसित हुई हमारी टीम
गौरतलब है कि टिम पेन ने साल 2018 में बॉल टैंपरिंग स्कैंडल के सामने आने के बाद स्टीव स्मिथ की जगह टीम की कमान संभाली थी। स्मिथ को बॉल टैंपरिंग में लिप्त होने के चलते 12 महीनों का बैन झेलना पड़ा था जबकि कप्तानी के रोल से 2 साल तक सस्पेंड किया गया था। पेन ने इस दौरान न सिर्फ टीम को फिर से बनाने का काम किया बल्कि टीम के कोच जस्टिन लैंगर की कोचिंग स्टाइल का भी समर्थन किया जो कि कुछ मीडिया रिपोर्टस के अनुसार ड्रेसिंग रूम में असजहता पैदा करती हैं।
उन्होंने कहा,'भारत के खिलाफ सीरीज हारने के बाद हमने टीम रिव्यू किया जो कि प्रोफेशनल स्पोर्टस में अब आम बात हो गई है। जेएल (जस्टिन लैंगर) ने इन मुश्किल हालातों में काफी अच्छा काम किया है। एक टीम के तौर पर हम सभी को लगता है कि हम विकसित हुए हैं जिसमें जेएल का बहुत बड़ा योगदान है। यह सिर्फ उनके अकेले की नहीं बल्कि सभी कोचिंग स्टाफ और खिलाड़ियों की मेहनत का नतीजा है।'