नई दिल्लीः भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा था कि बायो बबल में रहना आसान नहीं होता और ये टीम की परफॉरमेंस पर असर डालता है। अब पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने भी शास्त्री की इस बार को सपोर्ट किया है और यह भी कहा है कि उनकी टीम खुद को तरोताजा रखने के लिए क्या करती है।
दरअसल भारतीय टीम लंबे समय से बायो बबल में खेल रही थी। ये सब इंग्लैंड के भारत दौरे से शुरू हुआ था जहां टीम ने पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप खेली फिर एक छोटा ब्रेक लिया और बड़ी इंग्लैंड सीरीज के लिए तैयार हो गई। इसके बाद तुरंत आईपीएल के बबल में प्रवेश किया गया जो यूएई में बनाया गया था। फिर वर्ल्ड कप के बबल में प्रवेश किया गया। शास्त्री का कहना है बबल ने टीम की हालत पतली कर दी है। खिलाड़ियों में थकान है।
पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम का कहना है कि प्रोफेशनल क्रिकेट में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं लेकिन बायो बबल में रहने से खिलाड़ियों को परेशानी और तंग स्थिति से गुजरना होता है। बाबर ने कहा कि, हम लोग ऐसे में एक ग्रुप के तौर पर रहते हैं और पाकिस्तानी टीम में एक दूसरे को सपोर्ट करने की पूरी कोशिश करते हैं।
इन दो खिलाड़ियों का टीम इंडिया में चयन ना होने पर भड़के हरभजन सिंह
बाबर कहते हैं अगर कोई खिलाड़ी खराब प्रदर्शन कर रहा है तो उसको तरोताजा होने के लिए अपने मन की स्थिति में कुछ समय बिताने की जरूरत होती है। वह खुद को समझना चाहता है कि उसके साथ क्या चल रहा है।
बाबर ने कहा कि, एक खिलाड़ी के तौर पर आपको रिलेक्स होने की जरूरत है और प्रैशर को झेलने के लिए रेडी रहना है। लेकिन अगर बबल की नेगेटिव चीजों से आप निकल नहीं पाते तो आपकी मानसिक हालत पर असर आएगा और आपकी परफॉरमेंस खराब होगी।
बाबर पाकिस्तानी टीम के लिए शानदार रहे हैं और उन्होंने वर्ल्ड कप में कमाल का प्रदर्शन किया है। पाकिस्तान भी टीम के तौर पर शानदार रहा है। अभी तक एक भी मैच नहीं हारने वाली पाकिस्तानी टीम को 11 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला खेलना है। उन्होंने कहा कि, हम कोशिश करते हैं ग्रुप में सबसे बातें करें और कोई परेशान हैं तो उसकी मदद करने की कोशिश करें और इससे हमको शांति और प्रेरणा मिलती है।