नई दिल्ली। टीवी शो 'कॉफी विद करण' में आपत्तिजनक बयान देने के बाद निलंबन झेल रहे हार्दिक पांड्या और केएल राहुल को राहत देते हुए सीओए ने इनके ऊपर से प्रतिबंध हटाने का फैसला लिया है। हालांकि दोनों खिलाड़ियों को यह राहत तब तक के लिए मिलेगी जब तक की इनके खिलाफ जारी जांच का फैसला नहीं आ जाता। बोर्ड के संविधान के मुताबिक पांड्या और केएल राहुल के खिलाफ जारी जांच के बाद उनकी सजा का फैसला बोर्ड के लोकपाल को करना है जिसकी नियुक्ति अभी तक नहीं हुई है। ये फैसला फजीहत झेल रहे दोनों खिलाड़ियों के लिए बड़ी संजीवनी लेकर आया है। क्योंकि अब हार्दिक पांड्या न्यूजीलैंड में खेल रही भारतीय टीम के साथ जुड़ जाएंगे। जबकि केएल राहुल को भारत ए टीम में शामिल किया गया है।
जी हां भारतीय चयनकर्ताओं ने तय किया है कि हार्दिक पांड्या को जल्द से जल्द न्यूजीलैंड में भेजा जाएगा जहां भारतीय टीम पांच मैचों की वनडे सीरीज खेल रही है। फिलहाल इस सीरीज का एक मैच ही हुआ है जिसको भारत ने 8 विकेट से जीता था। पांच मैचों की सीरीज के बाद भारत को तीन टी20 मैच भी कीवीलैंड में खेलने हैं। वहीं राहुल इंग्लैंड लायंस के खिलाफ तिरुवंनतपुरम में होने वाले तीन वनडे के लिए भारत ए टीम का हिस्सा होंगे। ये वही सीरीज है जिसको खेलने से पहले इंग्लिश टीम के दो खिलाड़ी भी आपत्तिनजनक गतिविधियों में संलिप्त रहने के कारण चर्चाओं में रह चुके हैं। बता दें कि हार्दिक-राहुल के मामले पर सीओए प्रमुख विनोद राय और बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना का यही मानना था कि दोनों खिलाड़ियों के करियर को खतरे में डालने के बजाए उनमें सुधार करने पर ध्यान देना चाहिए।
केएल राहुल और हार्दिक पांड्या के ऊपर से निलंबन हटा, जारी रहेगी जांच
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बीसीसीआई को चला रही प्रशासकों की समिति यानी सीओए ने अदालत से ही एक एड-हॉक लोकपाल नियुक्त करने की मांग की थी ताकि दोनों क्रिकेटरों की सजा पर फैसला हो सके। सीओए के तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि न्यायमित्र पीएस नरसिम्हा की सहमति पर 11 जनवरी 2019 को लगाया गया यह बैन हटा लिया गया। इस मामले की जांच जारी रहेगी। जांच के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा।