नई दिल्ली। बांग्लादेशी क्रिकेट टीम के भारत दौरे पर संशय के बादल छा गए हैं। बांग्लादेशी क्रिकेटर सोमवार को हड़ताल पर चले गए हैं। उन्होंने कहा है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती, तब वह किसी भी तरह की क्रिकेट गतिविधि में हिस्सा नहीं लेंगे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद बांग्लादेश टीम के भारत दौरे पर आने को लेकर सवाल खड़ा हो गया है, हालांकि यह कहना अभी जल्दबाजी होगा कि टीम का भारत दौरा खतरे में है। 'द डेली स्टार' की रिपोर्ट के मुताबिक, शाकिब अल हसन, तमीम इकबाल और मुश्फीकुर रहीम सोमवार सुबह 11 बजे बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) मुख्यालय पर पहुंचे जहां उन्होंने 11 सूत्री अपनी मांगें बोर्ड के सामने रखीं और हड़ताल का ऐलान किया।
इसकी शुरुआत पिछले महीने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के उस फैसले को माना जा रहा है जिसमें बांग्लादेश प्रीमियर लीग के फ्रैंचाइजी आधारित मॉडल को समाप्त कर दिया गया था। क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार इसका मतलब यह हुआ कि एक औसत प्रोफेशनल क्रिकेटर की कमाई इतिहास में सबसे कम हो गई है।
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खिलाड़ियों की नाराजगी उस समय और बढ़ गई जब बोर्ड ने इस महीने शुरू हुए फर्स्ट क्लास प्रतियोगिता की मैच फीस में भी इजाफा नहीं किया।
प्रोफेशनल खिलाड़ी बीते एक महीने से भी अधिक समय से इस बारे में आवाज उठा रहे हैं। बांग्लादेश की टेस्ट और टी20 इंटरनैशनल टीम के कप्तान शाकिब अल हसन ने भी बोर्ड के इस रवैये से नाराजगी जताई थी।
हसन ने हालिया इंटरव्यू में कहा था कि खिलाड़ियों को दबाया जा रहा है और उनके साथ बेहतर व्यवहार होना चाहिए।शाकिब की इस बात को खिलाड़ियों का काफी समर्थन मिला था। हालांकि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने इस आलोचना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।
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बांग्लादेश को भारत दौरे पर तीन मैचों की टी-20 सीरीज खेलनी हैं। इसके बाद दो टेस्ट मैचों की सीरीज भी खेलनी है। बांग्लादेश के भारत दौरे की शुरुआत तीन नवंबर से हो रही जहां दोनों टीमें दिल्ली में पहला टी-20 खेलेंगी।