मंबई के टॉप क्रिकेटर्स में थे शामिल
नाडकर्णी मुंबई के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक थे। उन्होंने भारत की तरफ से खेलते हुए 41 टेस्ट मैचों में 1414 रन बनाए और 88 विकेट हासिल किये। नाडकर्णी का जन्म नासिक में हुआ था और साल 1955 में उन्होंने भारत के लिये अपना डेब्यू किया था, इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 43 रन देकर 6 विकेट रहा।
न्यूीजलैंड के खिलाफ खेला था पहला और आखिरी टेस्ट मैच
बापू नाडकर्णी ने 191 प्रथम श्रेणी मैच खेले जिसमें 500 विकेट लिए और 8880 रन बनाए। नाडकर्णी ने अपना पहला टेस्ट मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था और आखिरी मैच भी नवाब एमएके पटौदी की कप्तानी में कीवी टीम के ही खिलाफ थे। यह मैच 1968 में ऑकलैंड के मैदान पर खेला गया था।
रन देने में बेहद कंजूस था यह भारतीय खिलाड़ी
बापू ने अपनी गेंदबाजी से एक अलग छाप छोड़ी थी लेकिन लगातार 21 ओवर मेडन फेंकने का रिकॉर्ड आज भी फैन्स के दिल में ताजा है। वह अपनी किफायती गेंदबाजी के लिये भी जाने जाते थे। उन्होंने भारत के लिये कई बार मद्रास (अब चेन्नई) टेस्ट मैच में (32-27-5-0), पाकिस्तान के खिलाफ 1960-61 में कानपुर (32-24-23-0) और दिल्ली में (34-24-24-1) अपनी किफायती गेंदबाजी से विरोधी टीम को सकते में ला दिया था।
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सचिन तेंदुलकर ने दी श्रद्धांजलि
नाडकर्णी के निधन पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट करके नाडकर्णी को श्रद्धांजलि दी है।
उन्होंने लिखा, ' बापू नाडकर्णी की मौत की खबर सुनकर काफी दुख हुआ। मेरा बचपन आपकी ओर से इंग्लैंड के खिलाफ लगातार 21 ओवर मेडन फेंकने के रिकॉर्ड के बारे में सुनकर बीता है। मेरी तरफ से परिवार और प्रियजनों को श्रद्धांजलि।'