नई दिल्ली। बीसीसीआई ने शब्बीर हुसैन शेखदम खांडवावाला को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की भ्रष्टाचार इकाई का चीफ नियुक्त किया है। शब्बीर हुसैन गुजरात के पूर्व पुलिस महानिदेशक हैं और अब वह अजीत सिंह शेखावत की जगह बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई के मुखिया होंगे। बता दें कि अजीत सिंह का कार्यकाल 31 मार्च को खत्म हो गया है। रिपोर्ट के अनुसार अजीत सिंह को दो महीने का एक्सटेंशन दिया गया था लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं हुए जिसके बाद शब्बीर हुसैन को इस पद की जिम्मेदारी दी गई है। हालांकि अजीत सिंह शब्बीर हुसैन के साथ जुड़े रहेंगे। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि शब्बीर हुसैन को 3 साल के लिए नियुक्त किया गया है या फिर फिर कम समय के लिए।
आईपीएल के पहले मुकाबले में शब्बी हुसैन भी पहुंचेंगे। पहला मुकाबला 9 अप्रैल को चेन्नई में मुंबई इंडियंस और आरसीबी के बीच खेला जाएगा। इससे पहले भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए आखिरी वनडे में भी शब्बीर हुसैन को देखा गया था। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया कि शब्बीर हुसैन को पिछले महीने ही नियुक्त किया गया है। लेकिन बोर्ड चाहता था कि अजीत सिंह आईपीएल के दौरान अपने पद पर बने रहे, लेकिन जब वह इस बात के लिए राजी नहीं हुए तो शब्बीर हुसैन को पदभार सौंप दिया गया।
गौर करने वाली बात यह है कि बीसीसीआई ने प्रशासकों की समिति (COA) के नियम को दरकिनार करते हुए शब्बीर हुसैन की नियक्ति की है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व सीएजी विनोद राय की अध्यक्षता में सीओए का गठन किया था। सीओए ने कहा था कि एंटी करप्शन यूनिट का चीफ उसे ही बनाया जा सकता है जिसकी उम्र नवंबर 2018 में 62 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। बीसीसीआई की ओर से 2018 में एसीयू के प्रमुख पद के लिए आवेदन मांगे गए थे। लेकिन शब्बीर हुसैन की उम्र 70 साल है। यही नहीं शब्बीर हुसैन की नियुक्ति से पहले एसीयू ने इस पद के लिए आवेदन नहीं मांगे थे और आंतरिक तौर पर ही शब्बीर हुसैन की नियुक्ति कर दी गई।
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