नई दिल्ली। बोर्ड ऑफ क्रिकेट काउंसिल (बीसीसीआई) ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और टीम को निर्देश दिया है कि इंग्लैंड के दौरे से पहले भारतीय टीम 19 मई से बायो बबल में चली जाए। दरअसल भारतीय टीम 18 जून को न्यूजीलैंड के खिलाफ आईसीसी की टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेलेगी, ऐसे में टीम से कहा गया है कि वह 19 मई से बायो बबल में जाने के लिए तैयार रहे। इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम में चुने गए एक खिलाड़ी ने इस बात की पुष्टि की है कि हमे कहा गया है कि 19 मई तक सभी लोग मुंबई आ जाए और बायो बबल में चले जाएं। बीसीसीआई के अधिकारी के अनुसार इंग्लैंड में सख्त क्वारेंटीन से बचने के लिए भारत में ही खिलाड़ियों को एक हफ्ते तक के लिए बायो बबल में रखा जाए।
सूत्र के अनुसार पिछले तकरीबन 9 महीनों से कई खिलाड़ी बायो बबल या क्वारेंटीन में हैं। संभव है कि खिलाड़ियों पर इसका मानसिक असर पड़े। खिलाड़ी भारत में ही बायो बबले में जाने के लिए तैयार हैं। इसके बाद बीसीसीआई इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड से बबल से बबल में खिलाड़ियों ट्रांसफर करने का प्रस्ताव रख सकता है। लेकिन इंग्लैंड के क्रिकेट बोर्ड को इसके लिए राजी करना मुश्किल चुनौती है। दरअसल भारतीय टीम जब ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाने से पहले दुबई में थी, जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ने इसकी इजाजत दी थी। लेकिन इस बार खिलाड़ी भारत से इंग्लैंड जाएंगे और भारत में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले हैं और भारत को यूके समेत तमाम देशों ने रेड जोन में डाल रखा है।
इसे भी पढ़ें- टीम इंडिया के चयन में चयनकर्ताओं ने की है दो बड़ी गलती, BCCI ने गंवाया बड़ा मौका
यूके सरकार ने भारत से आने वाले लोगों पर 14 दिन के अनिवार्य क्वारेंटीन में रहने की शर्त रखी है। जो भी विदेशी यूके में जाता है उसे 14 दिन के लिए क्वारेंटीन में रहना होगा। फिलहाल बीसीसीआई इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड से लगातार संपर्क में है और कोशिश कर रहा है कि भारतीय टीम को 14 दिन की बजाए 7 दिन ही क्वारेंटीन में रखा जाए क्योंकि खिलाड़ी पहले ही भारत में 7 दिन तक बायो बबल में रहेंगे और फिर उन्हें चार्टर फ्लाइट से बबल से बबल में ट्रांसफर किया जाएगा।