नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के कोच को चुनने के लिए बस कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं। माना जा रहा है कि टीम इंडिया को नया हेड कोच अगस्त के मध्य तक मिल जाएगा। इसी बीच यह भी खबर सामने आई है कि कोच को चुनने वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) अगर हितों के टकराव के मामले पर जल्द से कोई जवाब नहीं देती है तो कोच चयन का मामला थोड़ा लेट हो सकता है। इस समिति में कपिल देव, अंशुमान गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी शामिल हैं।
इस मामले में ताजा घटनाक्रम के तहत बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी ने सीएसी को मेल लिखा है और कहा है कि समिति जितना जल्द हो सके हितो के टकराव के मामले पर अपनी घोषणा करे ताकि कोच को चुनने की प्रक्रिया तेजी के साथ पूरी हो सके। इस बात की जानकारी बीसीसीआई के एक सूत्र ने दी है।
कोच के तौर पर विराट कोहली ने की शास्त्री की वकालत तो सौरव गांगुली ने दिया ये बयान
जौहरी ने ये बात मेल के द्वारा समिति के तीनों सदस्यों से कही है क्योंकि अब हेड कोच के लिए आवेदन देने की डेडलाइन भी समाप्त हो चुकी है और अब कोच का चयन करना होगा। सीएसी से यह उम्मीद की जा रही है कि वे जल्द ही इस बारे में अपना जवाब दाखिल करेंगे। गौरतलब है कि कोच पद के लिए आवेदन की अंतिम तारीख 30 जुलाई थी।
बता दें कि इससे पहले सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली सीएसी के सदस्य थे। इनमे सचिन और लक्ष्मण ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद नई सलाहकार समिति की जरूरत के तहत सीओए ने कपिल देव की अध्यक्षता में नई समिति गठित की थी। अभी कुछ दिनों पहले ही मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोशिएशन के सदस्य संजीव गुप्ता ने बीसीसीआई के लोकपाल के समक्ष शिकायत में साफ तौर पर कहा था कि यह समिति गैर संवैधानिक है क्योंकि इसके तीनों सदस्यों पर हितों के टकराव का मामला बनता है।