तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts
 

न्यूजीलैंड सीरीज से पहले बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के लिए ऑफर किया छोटा सा ब्रेक

नई दिल्लीः टी20 वर्ल्ड कप से जल्द विदाई के बाद भारतीय टीम 17 नवंबर को फिर से क्रिकेट खेलने के लिए तैयार है। इतना ज्यादा क्रिकेट किसी का भी दिमाग चकरा देगा और अब तो खिलाड़ियों ने बोलना भी शुरू कर दिया है कि बायो बबल में उनकी हालत खराब हो चुकी है। टी20 वर्ल्ड कप में हुई फजीहत के पीछे आईपीएल को विलेन बताना भी शुरू कर दिया है।

अब फिर से तेजी से क्रिकेट शुरू हो रहा है। पहले तीन टी20 होंगे और फिर दो टेस्ट मैच जिनमें पहला मुकाबला कानपुर में खेला जाएगा। ऐसे में बीसीसीआई ने टीम को बायो बबल से छोटा सा ब्रेक देने का फैसला किया है।

खिलाड़ी पिछले 6 महीने से बबल में थक रहे हैं। इसलिए बीसीसीआई ने न्यूजीलैंड सीरीज से पहले खिलाड़ियों को 2 दिन का ब्रेक देने का फैसला किया है।

जो खिलाड़ी टी20 वर्ल्ड कप में खेल रहे थे और जो सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शिरकत करके आए हैं उनको अपने परिवार के साथ जाने की छूट दे दी है। खिलाड़ियों को दो से तीन दिन की छुट्टी मिलने के आसार हैं।

पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज का दावा- टीम इंडिया में है कुछ दिक्कत, कोहली जल्द ही लेंगे टी20 से संन्यासपाकिस्तान के पूर्व दिग्गज का दावा- टीम इंडिया में है कुछ दिक्कत, कोहली जल्द ही लेंगे टी20 से संन्यास

दरअसल कीवियों के खिलाफ घर में खेलने के बाद भारत को साउथ अफ्रीका का दौरा करना है। जसप्रीत बुमराह पहले ही बबल को लेकर निराशा जता चुके हैं। बुमराह ने एक ब्रेक की जरूरत पर बात करते हुए कहा था कि, निश्चित तौर पर आपको ब्रेक की जरूरत है। आप अपने परिवार को मिस करते हो। आप 6 महीनों से दूर हो। अपने परिवार से दूर रहकर बबल में समय बिताने से आपकी प्रदर्शन पर प्रभाव पड़ सकता है। बीसीसीआई ने हमको हर तरीके से आरामदायक माहौल प्रदान करने में अपना बेस्ट दिया है। ये मुश्किल समय है। महामारी जारी है, तो हम ढलने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन कभी कभी बबल में थकान हो जाती है, मानसिक थकावट और भी दिक्कत करती है।

एक बबल वह होता है जिसमें कोरोना से बचने के लिए खिलाड़ियों को कुछ दायरे तक ही सीमित कर दिया जाता है। वे एक ग्रुप के तौर पर ना तो उस दायरे से बाहर जा सकते और ना ही कोई बाहरी उनसे मिल सकता है। खिलाड़ियों की गतिविधि बबल के एरिया तक ही सीमित होती है। एक खिलाड़ी बबल में कुछ समय रहने के बाद बोरियत महसूस करता है। अधिक घूमना-फिरना ना होने के चलते शारीरिक और मानसिक थकान भी हो जाती है।

Story first published: Thursday, November 11, 2021, 15:33 [IST]
Other articles published on Nov 11, 2021
POLLS
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Yes No
Settings X