नई दिल्ली: विश्व कप समाप्त होने के बाद अब भारतीय क्रिकेट में नए सिरे से अगले विश्व कप की तैयारी का खाका तैयार किया जा रहा है। अगले साल 2020 में भी ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप आयोजित होना है। ऐसे में बीसीसीआई ने अपनी तैयारियों की शुरुआत करनी शुरू कर दी हैं और भारतीय टीम के कोचिंग स्टॉफ समेत विभिन्न महत्वपूर्ण पदों के लिए आवेदनों को निमंत्रण दिया है। इसमे सबसे महत्वपूर्ण पद भारतीय टीम के हेड कोच का है जिस पर फिलहाल रवि शास्त्री काबिज हैं।
बता दें कि रवि शास्त्री का कार्यकाल विश्व कप 2019 तक ही था। भारत इस प्रतियोगिता में सेमीफाइनल में ही बाहर हो गया था। लेकिन अब टीम को अपना अगला अंतरराष्ट्रीय दौरा जल्द ही करना है। यह दौरा 3 अगस्त से वेस्टइंडीज में शुरू हो रहा है। ऐसे में शास्त्री को 45 दिन का एक्सटेंडेट पीरियड दिया गया था। अब जब बीसीसीआई ने हेड कोच के लिए फिर से आवेदन मांगा है तो यह साफ है कि शास्त्री को एक बार फिर से भारतीय टीम का कोच बनने के लिए दोबारा आवेदन करना होगा। उसके बाद यह देखने वाली बात होगी की कोहली के करीबी माने जाने वाले शास्त्री क्या फिर से टीम इंडिया के हेड कोच बनते हैं या फिर नहीं।
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बीसीसीआई ने हेड कोच के अलावा बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग कोच के पद के लिए भी आवेदन मांगा है। फिलहाल संजय बांगर बैटिंग कोच है लेकिन बीसीसीआई उनके काम से संतुष्ट नहीं है। ऐसे में उनकी विदाई तय मानी जा रही है। भरत अरुण गेंदबाज कोच हैं जिनके निर्देशन में टीम इंडिया ने बढ़िया काम किया है लेकिन ऐसी खबरें भी आई हैं कि टीम के कुछ खिलाड़ियों उनके काम से दिक्कत है। ऐसे में देखना होगा कि क्या उनको भी दोबारा मौका मिलता है या फिर नहीं। कोचिंग स्टाफ के अलावा बीसीसीआई ने फिजियोथेरेपिस्ट, स्ट्रेंथ एंड कंडिशनिंग कोच और प्रशासनिक मैनेजर के पद के लिए भी आवेदन मंगवाए हैं।
मौजूदा समय में तमिलनाडु के पूर्व कप्तान सुनील सुब्रमण्यम टीम मैनेजर है और उनको साल 2017 में इस पद पर नियुक्त किया गया था, लेकिन उनके कार्यकाल से कोई भी संतुष्ट नहीं नजर आ रहा है। मतलब साफ है कि टीम इंडिया के सहयोगी स्टाफ में कुछ बड़े परिवर्तन देखने को मिल जाए तो कोई ताज्जुब नहीं होगा।