नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज खेलने पहुंची भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के पिता का शुक्रवार को फेफड़ों की बीमारी के चलते निधन हो गया है। जिसके बाद भारतीय टीम के इस गेंदबाज ने अपने पिता के अंतिम संस्कार के लिये भारत वापस लौटने की बजाय टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया में रहना ही स्वीकार किया है। उल्लेखनीय है कि मोहम्मद सिराज के पिता पिछले कुछ समय से फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे थे जिसके बाद शुक्रवार को उन्होंने आखिरी सांस ली।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शनिवार को मोहम्मद सिराज के पिता की मौत को लेकर एक बयान जारी किया है जिसमें उसने साफ किया है कि बीसीसीआई ने मोहम्मद सिराज को उनके पिता के अंतिम संस्कार के लिये वापस भारत लौटने का ऑफर दिया गया था लेकिन इस गेंदबाज ने देश लौटने के बजाय टीम के साथ बने रहने का फैसला किया।
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बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने शनिवार को एक प्रेस रिलीज जारी की जिसमें उन्होंने सिराज के फैसले के बारे में जानकारी दी और बताया कि बोर्ड सिराज के फैसले का सम्मान करता है और इस मुश्किल घड़ी में उनके साथ खड़ा है।
गौरतलब है कि पिता की मौत के बाद मोहम्मद सिराज ने कहा था कि उनका सपना रहा है कि जब वो देश का नाम रोशन करें तो उसे जरूर देखें। उनका सपना था कि मैं देश का नाम रोशन करूं और मैं उनका सपना पूरा करके रहूंगा। मैंने अपनी जिंदगी के सबसे बड़े सपोर्टर को खो दिया है, यह बेहद ही दुखी कर देने वाला पल है। मुझे देश के लिये खेलते देखना उनका सपना था।
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आपको बता दें कि मोहम्मद सिराज मोहम्मद सिराज के पिता एक ऑटो चालक लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने बेटे को क्रिकेटर बनाने के लिये मेहनत की और उनकी हर जरूरत को पूरा किया। यह उन्हीं की मेहनत का फल है कि मोहम्मद सिराज ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम का हिस्सा बन गये हैं।