IPL में जबरदस्त शॉ
निसंदेह टेस्ट क्रिकेट और टी-20 क्रिकेट दो बिल्कुल ही अलग प्रारूप हैं। लेकिन आईपीएल में पृथ्वी शॉ का आक्रामक प्रदर्शन जरूर उनके मनोदशा को दर्शाता है। उन्होंने अपनी जबरदस्त बल्लेबाजी से यह दिखाया है कि उनका दिमाग और शरीर सही दिशा में एक दूसरे के साथ तालमेल के साथ आगे बढ़ रहे हैं। दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेलते हुए शॉ ने केकेआर के खिलाफ मैच में शिवम मावी के एक ओवर में 6 चौके लगाकर खूब वाहवाही बटोरी थी।
तकनीक में सुधार
बल्लेबाजी के दौरान शॉ बिल्कुल संतुलत थे, उनका सिर हिल नहीं रहा था और वह गैप में शॉट खेल रहे थे। यह बल्लेबाजी वो तकनीक है जो निसंदेह शॉ को टेस्ट क्रिकेट में भी मदद करेगी। वह सिर्फ हवा में बैट नहीं घुमा रहे थे बल्कि गेंद पर कड़क टाइमिंग के साथ शॉट खेल रहे थे। ऐसे में निसंदेह पृथ्वी शॉ को केएल राहुल की जगह टीम में जगह दी जा सकती थी क्योंकि शॉ भविष्य के लिए एक बेहतर निवेश हो सककते हैं। हालांकि केएल राहुल सफेद गेंद से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो सका ही कि क्या केएल राहुल लाल गेंद से खुद को बेहतर कर पाए हैं या नहीं। निराशाजनक बात यह है कि भारतीय टीम में चार रिजर्व खिलाड़ियों के नाम का ऐलान किया गया है और पृथ्वी शॉ को इसमे में भी जगह नहीं मिली है।
इंग्लैंड में नहीं तो कहां खिलाएंगे भुवी को?
इसके अलावा चयनकर्ताओं ने तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को भी टीम में जगह नहीं दी है। इंग्लैंड की परिस्थितियों को देखते हुए भुवनेश्वर कुमार को टीम में शामिल नहीं करना चौंकाने वाला है। भुवनेश्वर कुमार ऐसे गेंदबाज हैं जो गेंद को दोनोनं ही तरफ स्विंग कराने का माद्दा रखते हैं। अपनी जबरदस्त कलाई की पोजीशन की वजह से वह ऑफ स्टंप पर जबरदस्त लाइन के साथ गेंदबाजी करते हैं। जबरदस्त स्विंग गेंदबाज होने के बाद भी उन्हें टीम में जगह नहीं मिलना किसी को भी हजम नहीं हो रहा। सवाल यह खड़ा होता है कि अगर आप भुवनेश्वर कुमार को इंग्लैंड में नहीं खिलाना चाहते हैं तो आखिर उन्हें कहां खिलाना चाहते हैं। उन्हें आराम से अक्षर पटेल की जगह टीम में जगह दी जा सकती थी क्योंकि टीम में रवींद्र जडेजा पहले ही मौजूद हैं और बखूबी अपनी भूमिका को निभा रहे हैं।