नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के बीच जारी एक वित्तीय विवाद बड़ा रूप लेकर अब धमकियों और चेतावनियों की शक्ल ले चुका है। आईसीसी ने बीसीसीआई को धमकी दी है कि बीसीसीआई उसे या तो करीब 23 मिलियन डॉलर (लगभग 160 करोड़ रुपए) चुकाए या फिर 2023 विश्वकप की मेजबानी भूल जाए।
एक रिपोर्ट के मुताबिक आईसीसी ने यह रकम साल 2016 में टी-20 विश्वकप की मेजबानी के दौरान टैक्स में छूट न मिलने से हुए नुकसान की भरपाई के रूप में मांगी है। टैक्स में गई रकम को मांगते हुए आईसीसी ने साफ कहा है कि अगर भारतीय बोर्ड 31 दिसंबर 2018 तक रुपए नहीं देगा तो वे बीसीसीआई की इस साल की राजस्व हिस्सेदारी से पैसा काट लेंगे। इस तरह से भारतीय बोर्ड के पास अब ये मामला सुलझाने के लिए 10 दिन से भी कम मिले हैं।
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इतना ही नहीं आईसीसी ने यह धमकी भी दी है कि ऐसा नहीं हुआ तो 2023 का विश्वकप भी भारत में नहीं हो पाएगा। आईसीसी ने यह भी चेतावनी दी है कि इसकी गाज साल 2021 में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी भी फिर भारत में होने नहीं दी जाएगी। इसके जवाब में बीसीसीआई का कहना है कि आईसीसी पहले यह प्रमाण दे कि भारत ने टैक्स में छूट देने या टैक्स की भरपाई करने पर सहमति दी थी। बीसीसीआई ने यह भी साफ कहा है कि अगर आईसीसी ने उसकी राजस्व हिस्सेदारी में से पैसा काटा तो वह इसके खिलाफ कानूनी कदम उठाएगी। बता दें कि इस समय आईसीसी की अध्यक्षता पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर कर रहे हैं।