नामुमकिन है टी20 विश्व कप का आयोजन
टी20 विश्व कप को लेकर बीसीसीआई के एक अधिकारी ने अपनी राय रखते हुए कहा कि यह तभी संभव हो सकेगा जब हालात सामान्य होंगे और उसमें भी कई बातों को ध्यान में रखना जरूरी होगा।
उन्होंने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो अक्टूबर में टी-20 वर्ल्ड कप होना मुश्किल लग रहा है, इस समय इतने लोगों को इकट्ठा करने के बारे में सोचना भी मुश्किल है। जरा सोच के देखिए। इस समय आप नहीं जानते कि विदेशों का सफर करना कब सुरक्षित होगा। कोई कह रहा है जून में, कोई कह रहा है इससे ज्यादा। एक बार यातायात खुल जाए तब इसके बाद इसके प्रभाव को लेकर समीक्षा की जाएगी।'
क्या आईसीसी और सीए लेगा लोगों की लाइफ की गारंटी
बीसीसीसीआई अधिकारी ने यात्रा पाबंदियों के बाद वहां एकत्रित होने वाले लोगों के बारे में बात करते हुए कहा कि यह भी बड़ा मुद्दा होगा कि ऐसी महामारी के बीच जो लोग वहां पहुंच रहे हैं, क्या उनकी लाइफ की गारंटी आईसीसी और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ले सकेंगे।
उन्होंने कहा, 'सवाल यह है कि क्या सीए और आईसीसी इतने बड़े टूर्नामेंट में शामिल होने वाले लोगों की जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं। इसके बाद सरकार पर बात आ जाती है। क्या ऑस्ट्रेलियाई सरकार यह जोखिम ले सकती है? अगर ऐसा है तो मंजूरी की टाइमलाइन क्या होगी। और ऑस्ट्रेलियाई सरकार की ओर से दिया गया वक्त अन्य क्रिकेट बोर्ड के लिये कितना सही होगा। क्या अन्य देश की सरकारें अपनी टीमों के जाने की मंजूरी देंगी?'
फैन्स की सुरक्षा के लिये बेहद जरूरी हैं यह सवाल
बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि इन सवालों का मतलब यह नहीं है कि हम नकारात्मक हो रहे हैं, मुद्दा है जिन फैन्स के लिये इस टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है वह कितने सुरक्षित रह सकेंगे।
उन्होंने कहा, 'यह सभी सवाल फैन्स की सुरक्षा के लिहाज से जरूरी हैं। आज जिस तरह की स्थिति से हर कोई गुजर रहा है, ऐसे में क्या फैन्स स्टेडियम में आना चाहेंगे? क्या सोशल डिस्टेनसिंग के नियम को पालन करने के लिए 10 सीट में से एक सीट का टिकट बेचा जाएगा?'
आपको बता दें कि आईसीसी की बैठक के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी केविन रॉबर्ट्स ने टी20 विश्व कप के आयोजन को लेकर बयान जारी करते हुए कहा था कि इस मुद्दे पर आईसीसी, आयोजन समिति और ऑस्ट्रेलियाई सरकार साथ मिलकर काम कर रही हैं ताकि यह समझा जा सके कि इस महामारी के बीच टूर्नामेंट के आयोजन के लिये किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।