नई दिल्ली। बीसीसीआई के लोकपाल जस्टिस डी के जैन ने सौरव गांगुली और तीनों शिकायतकर्ताओं से लिखित जवाब मांगा है। ये मामला गांगुली के खिलाफ हितों के टकराव से जुड़ा हुआ है जिसकी शिकायत लोकपाल के पास की गई थी। गांगुली के खिलाफ शिकायत करने वाले ये तीन शिकायतकर्ता हैं- भवसती शान्तुआ, अभिजीत मुखर्जी और रंजीत सील। इन्होंने गांगुली के खिलाफ शिकायत करते हुए आरोप लगाया था कि वे एक तरफ तो बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं और दूसरी और आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के सलाहकार का पद भी संभाल रहे हैं।
बीसीसीआई के लोकपाल, जो नैतिक अधिकारी का कार्यभाल भी संभालते हैं, ने इस मामले में शिकायतकर्ताओं और सौरव गांगुली के साथ लगभग साढ़े तीन घंटे तक सुनवाई की।
IPL 2019: समय से पहले ही इस दिग्गज खिलाड़ी ने छोड़ा RR का साथ, ये रही वजह
लोकपाल ने कहा, 'मैंने दोनों पक्षों के साथ बीसीसीआई के साथ भी बात की है और मैं अपना फैसला जल्द ही सुनाउंगा। क्योंकि सुनवाई हो चुकी है और अब नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत के अनुसार दोनों पक्षों अपने-अपने लिखित जवाब दे सकते हैं। उसके बाद अंतिम फैसला सुनाया जाएगा।'
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिए समयसीमा भी तय की गई है। लेकिन लोकपाल ने मामला न्याय प्रक्रिया के अंतर्गत बताकर बाकी ज्यादा कुछ बताने से इंकार कर दिया है। इसके अलावा जब गांगुली से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा की मुलाकात अच्छी रही।