कोहली-शास्त्री की सोच के साथ है बीसीसीआई
इस मामले को लेकर बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड 12 जनवरी को मुंबई में आयोजित होने वाले सालाना अवार्ड समारोह के दौरान क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के सदस्यों पर चर्चा करेगा, लेकिन बोर्ड का पक्ष साफ है कि वह इस मुद्दे पर भारतीय कप्तान और कोच के साथ है।
गौरतलब है कि भारतीय कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली यह साफ कर चुके हैं कि अगर टेस्ट क्रिकेट के पारंपरिक परिवेश से छेड़छाड़ की गई तो यह अपनी पारंपरिक चमक खो देगा। इसे 5 दिन से घटाकर 4 दिन का नही करना चाहिये।
4 दिवसीय क्रिकेट पर चर्चा जरूर, लेकिन समर्थन नहीं
अधिकारी ने कहा, 'देखिए यह सही है कि आप इस मुद्दे पर सीए, ईसीबी और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के साथ बात करें, और हम ऐसा ही करेंगे। लेकिन इस समय जैसी चीजें दिख रही हैं, हम कप्तान और कोच के साथ खड़े हुए हैं और टेस्ट मैच को पांच दिन से चार दिन का करने में हमें कोई तुक नजर नहीं आता।'
उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि सिर्फ भारतीय कप्तान और कोच इसका विरोध कर रहे हैं। आप इंग्लैंड के कप्तान जो रूट, दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस के बयान भी इस मसले पर सुन चुके होंगे। यह कम रैंक वाली टीमों के लिए एक विकल्प हो सकता है, लेकिन निश्चित तौर पर दो बड़ी टीमों के लिए नहीं। परंपरा से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।
विराट कोहली ने कहा था-खत्म हो जायेगा टेस्ट क्रिकेट
विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज के पहले 4 दिन के टेस्ट मैच का विरोध किया था।
विराट कोहली ने कहा था, 'आप टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा से ज्यादा डे-नाइट टेस्ट का बदलाव कर सकते हैं। आप फिर सिर्फ आंकड़ों और नंबर की बातें कर रहे हैं। मुझे लगता है कि मंशा सही नहीं होगी, क्योंकि इसके बाद आप तीन दिन के टेस्ट मैच की बात कहने लगेंगे। आप कहां रुकेंगे? इसके बाद आप टेस्ट क्रिकेट को खत्म करने की बात कहेंगे।'
रवि शास्त्री ने बताया था बकवास
जहां विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट के प्रारूप में बदलाव करने के फैसले को गलत बताते हुए इसका विरोध किया वहीं भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने इसे पूरी तरह से बकवास बताया था।
रवि शास्त्री से पहले ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के कप्तान टिम पेन, ग्लैन मैक्ग्रा, नाथन
लॉयन, दक्षिण अफ्रीका के वार्नोन फिलेंडर भी इसकी खिलाफत कर चुके हैं।