BCCI ने किया है ओपन चैनल खोलने का फैसला
इन सभी कारणों को ध्यान में रखते हुए बीसीसीआई ने एक ओपन चैनल शुरू करने का फैसला किया है जिसमें खिलाड़ी और चयनकर्ताओं के बीच किसी भी तरह की कन्फ्यूजन से बचा जा सके। टाइम्स ऑफ इंडिया के सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा ने इसको लेकर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के साथ कई दौर की बैठक की है और उसके बाद यह फैसला लिया गया है।
बीसीसीआई के एक उच्च अधिकारी ने इस पर जानकारी देते हुए कहा,' ट्रॉन्जिशन के दौरान कुछ ऐसी समस्याओं पर ध्यान दिलाया गया जिसमें सही मैसेज पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। जिसको देखते हुए बोर्ड ने एक नया सिस्टम बनाने का फैसला किया है जिसमें टीम के खिलाड़ी और मैनेजमेंट के अधिकारी बिना किसी देरी के अपनी बात को सीधे रख सकते हैं।'
विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल के बाद तेज हुई मांग
रिपोर्ट के अनुसार विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की हार के बाद शुबमन गिल के चोटिल होकर दौरे से बाहर होने पर भी ऐसी समस्या का सामना करना पड़ा था, जिसमें टीम मैनेजमेंट के अभिमन्यु ईश्वरन और मयंक अग्रवाल जैसे दो सलामी बल्लेबाज होने के बावजूद टीम मैनेजमेंट ने पृथ्वी शॉ को दौरे पर भेजने की मांग की थी, जो कि उस समय श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवर्स सीरीज का हिस्सा थे। इसके अनुसार चयनकर्ताओं ने टीम मैनेजमेंट की मांग को मानने से इंकार कर दिया था।
हालांकि वार्म अप मैच के दौरान वाशिंगटन सुंदर और आवेश खान के चोटिल होकर बाहर हो जाने पर चयनकर्ताओं ने पृथ्वी शॉ और सूर्यकुमार यादव को बतौर रिप्लेसमेंट इंग्लैंड भेजने का फैसला किया। दोनों खिलाड़ियों ने श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवर्स प्रारूप की सीरीज समाप्त होने के बाद इंग्लैंड के लिये उड़ान भरी है और फिलहाल क्वारंटीन में समय गुजार रहे थे।
घरेलू स्तर के खिलाड़ियों को भी मिलेगा फायदा
गौरतलब है कि इसके अलावा भी बीसीसीआई ने यह कदम घरेलू क्रिकेटर्स को ध्यान में रखते हुए उठाया है, जिनके अनुसार कई बार ऐसी समस्या सामने आयी है जिसमें खिलाड़ियों ने चयनकर्ताओं के साथ कम्यूनिकेशन गैप का आरोप लगाते हुए बाहर करने की बात कही है। आपको बता दें कि बीसीसीआई इस चैनल के जरिये घरेलू स्तर पर चीजों को सुलझाने की कोशिश कर रही है ताकि चयन प्रक्रिया में पार्दर्शिता को बढ़ावा दिया जा सके और खिलाड़ियों की समस्यायें सीधे बोर्ड तक पहुंच सके।