नई दिल्ली। भारत में इस समय कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है, जिसके चलते पूरा देश प्रभावित हुआ है। इस महामारी के चलते खेल जगत भी ठप्प पड़ा हुआ है लगातार दूसरे साल घरेलू स्तर के खिलाड़ियों के लिये ज्यादातर प्रतियोगिताओं को स्थगित करना पड़ा है। इस बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को संकट के इस समय में राहत भरी खबर दी है। बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेट खेलने वाले सभी खिलाड़ियों को पूरी सैलरी देने का ऐलान किया है।
'स्पोर्टस्टार' से बात करते हुए बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा, 'कोरोना वायरस के चलते न सिर्फ हमारा खेल प्रभावित हुआ है बल्कि खिलाड़ियों की जिंदगी काफी मुश्किल हो गई है। हम उम्मीद करते हैं कि इस साल अक्टूबर के महीने तक चीजें थोड़ी नॉर्मल हो जायेंगी। तब तक हम अपन जूनियर स्तर के सभी खिलाड़ियों, अंपायर्स और स्कोरर्स को पूरी मैच फीस और सैलरी देंगे।'
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सौरव गांगुली ने आगे बताया कि खेल से जुड़े सभी सदस्यों को बीसीसीआई यह रकम जून-जुलाई के बीच रिलीज कर देगी। बीसीसीआई अध्यक्ष का मानना है कि भले ही हम घरेलू स्तर पर खेलों को शुरू करने की कोशिश में लगे हुए हैं लेकिन हालात को देखते हुए हम इस जूनियर लेवल के टूर्नामेंट स्थगित करने वाले हैं। माहौल के हिसाब से उनके खेलने का फैसला जोखिम भरा साबित हो सकता है।
उन्होंने कहा, 'अगर एक 16 साल का खिलाड़ी घर और परिवार से दूर लंबे समय तक एक होटल में गुजारता है तो यह आसान नहीं होगा, क्योंकि यह वायरस बेहद खतरनाक है और हमने इसे ध्यान रखते हुए सभी स्टेट एसोसिएशन से बात की है। हम व्यक्तिगत तौर पर सभी से बात नहीं कर सकते इसलिये हम खिलाड़ियों को संघ के जरिए लगातार खेल के लिये प्रोत्साहित करते रहेंगे।'
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इस बीच सौरव गांगुली ने महिला चैलेंजर्स ट्रॉफी को लेकर बड़ा ऐलान किया और कहा कि इसका आयोजन सितंबर-अक्टूबर के महीने में कराया जायेगा, जिसके बाद भारतीय महिला टीम इंग्लैंड के खिलाफ दौरे पर जायेगी।