पहले की अपेक्षा ज्यादा बेहतर है टीम
सौरभ गांगुली ने कहा कि आज की टीम उनके समय की टीम से काफी बेहतर है क्योंकि समय के साथ टीम मानसिक रूप से ताकतवर हुई है। बकौल सीएबी प्रमुख, ‘इस समय प्रतिभा की कोई कमी नहीं। हम विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचे लेकिन खिताब तक नहीं पहुंच सके। विराट कोहली को इस दिशा में गम्भीरता से सोचना होगा। और यह काम बोर्डरूम में नहीं हो सकता।'
मौकों को भुनाने में नाकाम रही है विराट सेना
संवाददाताओं से बात करते हुए सौरव गांगुली ने कहा, ‘हमें अब बड़े टूर्नामेंट्स जीतने पर ध्यान लगाना होगा। मैं जानता हूं कि आप लोग हर टूर्नामेंट नहीं जीत सकते लेकिन यह भी सच है कि इन लोगों ने कई टूर्नामेंट में नाकामी झेलनी पड़ी है।'
सौरव गांगुली ने कहा, 'यह एक बड़ी जिम्मेदारी है। उम्मीद है कि वे अच्छा काम कर पाएंगे। उनकी प्राथमिकता प्रथम श्रेणी क्रिकेट ही होगी। प्रथम श्रेणी का क्रिकेट बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये भारतीय क्रिकेट का आधार है। हम सिर्फ शीर्ष स्तर पर ध्यान देते आ रहे हैं।'
2013 में जीता था आखिरी आईसीसी टूर्नामेंट
इससे पहले सौरभ गांगुली ने विराट कोहली की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह भारत की शान हैं। वह बिना किसी दबाव के काम करेंगे और क्रिकेट की सोच का इस्तेमाल करेंगे। अगले साल टी-20 विश्व कप है और मैं कोहली को खुलकर खेलने के लिए कहूंगा।
भारत ने अपना आखिरी आईसीसी टूर्नामेंट महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2013 में जीता था। इंग्लैंड में भारत ने 50 ओवर का चैंपियंस ट्रॉफी खिताब अपने नाम किया था। कोहली की कप्तानी में भारत इस साल इंग्लैंड में आयोजित आईसीसी विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचा और हार गया।