नई दिल्ली। कॉफी विथ करण के सेट पर महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद केएल राहुल और हार्दिक पांड्या टीम से बाहर चल रहे हैं और सस्पेंड चल रहे हैं। इस मामले की सुनवाई को लेकर पहले से ही काफी विवाद चल रहा है और दोनों की सुनवाई लंबित होती जा रही है। सुनवाई को लेकर आंतरिक कलह और विवाद के चलते दोनों की वापसी लगातार टलती जा रही है। दोनों के मामले में सजा का भी फैसला अभी तक नहीं हुआ है।
अब इस मामले में नया मोड़ आया है। लोकपाल बनने और सुनवाई में देरी के बाद अब हार्दिक और राहुल के लिए उम्मीद की नई लौ नजर आ रही है। दरअसल,सीओए ने सुप्रीम कोर्ट से नया लोकपाल नियुक्त करने का मांग है जिसमें अभी वक्त लगेगा। इस दौरान पांड्या और केएल राहिल सस्पेंड ही रहेंगे और यही बात बोर्ड के एक्टिंग अध्यक्ष सीके खन्ना को अखर रही है।
सीके खन्ना ने शनिवार को प्रशासकों की समिति (सीओए) से हार्दिक पंड्या और केएल राहुल पर उनकी आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिये लगाए गए निलंबन को हटाने का आग्रह किया है।
दोनों की वापसी में देरी: हार्दिक पांड्या और केएल राहुल की टीम इंडिया में वापसी के फैसले पर और विलंब होता चला जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई एक सप्ताह बाद करेगा। कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई को इस बिनाह पर टाल दिया क्योंकि वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल सुब्रहमण्यम ने मामले में न्यायमित्र बनने के लिए दी गई सहमति वापिस ले ली थी इसके बाद अदालत ने वरिष्ठ अधिवक्ता पी एस नरसिम्हा को मामले में न्यायमित्र की जिम्मेदारी दी है।
क्या था विवाद: दरअसल, पांड्या ने शो के दौरान अपनी महिला मित्रों से नाइट क्लबों में मिलने और 'बातचीत' के बारे में बताया था। पांड्या ने बताया था कि व उनसे बातचीत की बजाय उन्हें 'देखने' पर ज्यादा फोकस कर रहे थे। पांड्या ने इस बारे में भी बात की, कि कैसे उनका परिवार उनकी यौन गतिविधियों को 'सहज' तौर पर लेते हैं। इस बयान के बाद विवादों का तूफान आ गया जो अबतक जारी है