जैन ने यह कहकर उठाए सवाल
बीसीसीआई के लोकपाल डीके जैन ने सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण जैसे पूर्व क्रिकेटरों द्वारा आईसीसी विश्व कप में कमेंटेटर की भूमिका निभाए जाने पर सवाल खड़े किए हैं। जैन ने कहा है कि ये खिलाड़ी आईपीएल में पहले ही टीमों के साथ जुड़े हुए हैं। ऐसे विश्व कप में कमेंटेटर के तौर पर इनकी भूमिका कैसे स्वीकार्य हो सकती है। जैन की इस आपत्ति पर बीसीसीआई और प्रशासकों की समिति (सीओए) सख्त हो गई है।
दिग्गजों के लिए खड़ी हुई मुश्किलें
जैन ने "एक व्यक्ति, एक पद" सिद्धांत पर जोर देते हुए कि गांगुली, जो कि दिल्ली कैपिटल्स के सलाहकार, क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य, स्टार स्पोर्ट्स कमेंटेटर और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के प्रमुख हैं। वह केवल एक भूमिका में देखे जा सकते हैं। अब बीसीसीआई की इस सख्ती पर गांगुली-सचिन के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। तो अब ऐसे में यह सवाल भी उठता है कि अगर बीसीसीआई एक्शन लेती है तो क्या फिर जारी आईसीसी विश्व कप में दोनों दिग्गज कमेंट्री बाॅक्स में बैठे नजर आएंगे या नहीं।
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हरभजन भी हुए टारगेट
हरभजन सिंह लंबे समय से टीम से बाहर हैं, लेकिन उन्होंने संन्यास नहीं लिया। वह भी कमेंटेटर व क्रिकेटर एक्सपर्ट के रूप में विश्व कप में स्टार स्पोर्ट्स के लिए भूमिका निभा रहे हैं। जैन ने सवाल उठाया है कि जिन खिलाड़ियों ने अब तक संन्यास नहीं लिया है, वे भला कैसे टेलीविजन पर एक्सपर्ट की भूमिका अदा कर सकते हैं। उन्होने कहा कि ये खिलाड़ी ऐसा कर लोढ़ा समिति की सिफारिशों का उल्लंघन कर रहे हैं। वहीं सर्वोच्च न्यायलय द्वारा गठित सीओए के एक सदस्य ने कहा कि समिति जैन द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब खोजने का प्रयास कर रही है। सदस्य ने कहा, "हां, हम इस मामले पर विचार करेंगे और इसका हल निकालने की कोशिश करेंगे। यह सच है कि इसमें अधिक रोक-टोक दिखाई दे रही है।