नई दिल्ली: शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस कॉल पर बीसीसीआई की शीर्ष परिषद की बैठक होगी जिसमें बीसीसीआई के सचिव जय शाह को लेकर भी फोकस रहेगा।
बीसीसीआई की कैग नॉमिनी अलका रेहानी भारद्वाज और क्रिकेट बोर्ड का नजरिया इस मामले पर काफी अलग-अलग है।
लोढा समिति की सिफारिश के अनुसार, भारद्वाज ने बैठक में शाह की उपस्थिति पर पहले ही आपत्ति जता दी, यह तर्क देते हुए कि उनका कार्यकाल पूरा होने के बाद कूलिंग-ऑफ पीरियड देना चाहिए। उन्होंने संयुक्त सचिव के लिए सचिव के रूप में कार्य करने के लिए कहा है।
पूर्व स्पिनर दिलीप दोषी ने बताया टीम इंडिया के तीनों फॉर्मेट में कौन है बेस्ट फिरकी बॉलर
शाह का छह साल का कार्यकाल खत्म हो गया है और लोढ़ा सुधारों के अनुसार उन्हें कूलिंग-ऑफ पीरियड में जाना चाहिए। लेकिन बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा, चूंकि मामला न्याय के अधीन था - तो बीसीसीआई ने शीर्ष अदालत के समक्ष आवेदन दायर किए हैं। इसमें बोर्ड ने अनुरोध किया है कि संविधान में कुछ बदलाव स्वीकार कर लिए जाएं जो बड़े पद पर काबिज लोगों के कार्यकाल और कूलिंग-ऑफ पीरियड से संबंधित है।
लोढ़ा सुधारों के अनुसार स्टेट एसोसिएशन और बीसीसीआई के ऑफिस में 6 साल बिताने के बाद तीन साल का कूलिंग-ऑफ अनिवार्य है। शाह पिछले साल अक्टूबर में क्रिकेट बोर्ड में आने से पहले गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन में एक पदाधिकारी थे।
कैग ने भी शीर्ष अदालत के समक्ष एक आवेदन दायर किया है, जिसमें कैग अपने नॉमिनी का यह मामला देखना चाहता है कि बीसीसीआई के प्रबंधन में उसकी क्या स्थिति है। इंडियन एक्सप्रैस के अनुसार भारद्वाज इस बैठक का हिस्सा बन सकती हैं और वे चाहें तो अपनी गैर रजामंदी भी दर्ज करा सकती हैं। भारद्वाज पहले ही बैठक में जय शाह की उपस्थिति पर ऐतराज दर्ज करा चुकी हैं। उनके अनुसार कूलिंग-ऑफ पीरियड के अंतर्गत आने वाले शाह बैठक में भाग लेने के अधिकारी नहीं हैं।
बैठक के 11 सूत्रीय एजेंडे में घरेलू क्रिकेट सत्र पर भी चर्चा की जाएगी जिसमें देश में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए कटौती किए जाने की संभावना है। तीसरा बिंदु पुरुष क्रिकेट टीम के भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) में बदलाव है क्योंकि तीन सीरीज (श्रीलंका और जिंबाब्वे के सीमित ओवरों के दौरे, इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीत) पहले ही रद्द हो चुकी हैं। भारतीय टीम ने पिछला अंतरराष्ट्रीय मैच मार्च में खेला था।
परिषद आईपीएल को लेकर भी चर्चा करेगी जिसे स्वास्थ्य संकट के कारण अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया था। बीसीसीआई सितंबर से नवंबर के शुरू तक लीग के आयोजन की संभावना तलाश रहा है।