एक और ICC इवेंट, एक और अग्नि परीक्षा-
इसी बीच टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली की कप्तानी ने भारतीय टीम को बहुत ऊंचा मुकाम दिया है और यह दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम रही है। भारत ने हाल ही में विराट कोहली की अगुवाई में ही इंग्लैंड में 2-1 से श्रंखला में लीड ली हुई है जिसमें कैसिंल हुआ पांचवा टेस्ट अभी आईसीसी की डिस्प्यूट कमेटी के फैसले का इंतजार कर रहा है। अब भारत के सामने T20 वर्ल्ड कप है और यहां पर कोहली की अग्नि परीक्षा होने जा रही है।
ऐसी बहुत रिपोर्ट आई कि विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा को वर्ल्ड कप के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के सफेद गेंद फॉर्मेट का कप्तान बना दिया जाएगा लेकिन बीसीसीआई ने इन खबरों का खंडन करने में देर नहीं लगाई क्योंकि पहले तो बोर्ड के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने इस बात को बेबुनियाद और बकवास करार दिया और फिर उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने भी कहा कि अफवाह उड़ाने वालों को ज्योतिषी बनने की जगह भारतीय क्रिकेट टीम को T20 वर्ल्ड कप पर फोकस करने देना चाहिए।
तमाम तरह के कन्फ्यूजन खत्म-
अब एक बड़ा बयान बीसीसीआई के सेक्रेटरी जय शाह का आया जिन्होंने कोहली की कप्तानी को लेकर तमाम तरह के कन्फ्यूजन एक ही झटके में दूर कर दिए हैं। शाह ने साफ किया है की अगर टीम प्रदर्शन कर रही है, और यह एक अच्छा प्रदर्शन है तो कप्तानी में बदलाव क्यों किया जाना चाहिए? बोर्ड सचिव ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में बताया है की कोहली की कप्तानी में बदलाव का सवाल ही पैदा नहीं होता है। जय शाह ने बताया कि अलग-अलग कप्तानी पर कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया है। उनका कहना है कि टीम विश्व कप खेलने जा रही है और ऐसा प्रस्ताव टीम के हित में नहीं है।
जय शाह ने कहा- वर्ल्ड कप से पहले ऐसा नहीं होता
शाह ने भारत का हाल ही में इंग्लैंड में किया गया टेस्ट सीरीज प्रदर्शन कोहली की ताजा उपलब्धि के तौर पर गिनाया है। इसके अलावा उन्होंने T20 क्रिकेट में भी कोहली की कप्तानी की सराहना की है क्योंकि भारत ने इस फॉर्मेट में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली सीरीजों में जीत हासिल की थी। इसमें कोई शक नहीं है कि विराट कोहली को अपनी कप्तानी के लिए बीसीसीआई का पूरा सपोर्ट है।
हालांकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड भी है मानता है कि T20 वर्ल्ड कप एक बड़ी चुनौती होगी जिसके चलते महेंद्र सिंह धोनी को टीम कमेंट और बनाने का फैसला किया गया है जिनकी नियुक्ति केवल T20 वर्ल्ड कप के लिए ही रहेगी। धोनी के पास आईसीसी की सभी सफेद गेंद क्रिकेट ट्रॉफी जीतने का अनुभव है।