नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने भारतीय तेज गेंदबाज मो. शमी को लेकर एक अजीब नियम बनाया है। बीसीसीआइ ने मोहम्मद शमी को रणजी ट्रॉफी मैच में एक पारी में सिर्फ 15 ओवर फेंकने की इजाजत दी है। मोहम्मद शमी मंगलवार से रणजी ट्रॉफी में शुरू हो रहे बंगाल बनाम केरल के मैच में अपनी घरेलू टीम बंगाल की तरफ से खेलेंगे।
कोलकाता में खेले जाने वाले इस मैच में शमी को एक पारी में सिर्फ 15 ओवर ही गेंदबाजी करने की अनुमति मिली है। बीसीसीआइ ने ये फैसला इसलिए लिया है ताकि शमी इस दौरान चोटिल न हो जाएं और वो ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए फिट रहें। उल्लेखनीय है कि शमी भारतीय टीम के मुख्य तेज गेंदबाज है और भारत के पिछले दोनों विदेशी दौरे पर उन्होंने अपनी भूमिका अच्छे से निभाई थी।
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शमी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए भी टीम में चुना गया है और बोर्ड नहीं चाहता कि शमी रणजी ट्रॉफी खेलने के दौरान चोटिल हो जाएं। भारत अपने इस मुख्य तेज गेंदबाज को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज के दौरान पूरी तरह से तरोताजा चाहता है। इसी वजह से बोर्ड ने ये शर्त रखी है। बीसीसीआइ ने बंगाल टीम मैनेजमेंट को ये निर्देश भी दिया है कि वो शमी की प्रतिदिन फिटनेस रिपोर्ट बोर्ड के फीजियो को दें।
बता दे कि बंगाल की टीम के कप्तान मनोज तिवारी है जिन्होंने इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा- "हम बीसीसीइ के इस फैसले का सम्मान करते हैं और वैसे भी सभी क्रिकेटर्स के लिए भारतीय टीम के लिए खेलना सर्वोपरि है। शमी जब अपनी लय में हो तो 15 ओवर भी उनके लिए काफी अधिक हैं, वो इससे भी कम ओवरों में भी अपना काम कर सकते हैं। हमें उनकी काबिलियत पर पूरा भरोसा है और मुझे पूरी उम्मीद है कि वो अपने काम को बाकी गेंदबाज़ों के साथ मिलकर बेहतर तरीके से अंजाम देंगे।"
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ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम के अन्य मुख्य तेज गेंदबाज इशांत शर्मा, बुमराह, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार भी होंगे। ऐसे में शमी इस तेज गेंदबाजी अटैक के साथ जुड़कर नई धार देने का काम करेंगे। शमी एक ऐसे गेंदबाज हैं जिनके साथ थोड़ी बहुत फिटनेस की समस्या बनी रहती है।